वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल के लिए टीम इंडिया का तीसरा जत्था लंदन पहुंच गया। भारत को सात जून से ऑस्ट्रेलिया से ओवल के मैदान पर खेलना है। टीम के बाकी सभी खिलाड़ी दो जत्थों में पहले ही लंदन पहुंच चुके हैं।
टीम इंडिया के तीसरे और आखिरी दस्ते में शुभमन गिल, रवींद्र जडेजा, आजिंक्य रहाणे, मोहम्मद शमी और केएस भरत इंग्लैंड पहुंचे हैं। इनमें से ज़्यादातर खिलाड़ी अच्छी फॉर्म में हैं। शुभमन गिल को जहां पिछले दिनों आईपीएल में सबसे ज़्यादा रनों के लिए ऑरेंज कैप हासिल हुई, वहीं मोहम्मद शमी को सबसे ज़्यादा विकेट लेने के लिए परपल कैप हासिल हुई। जडेजा फाइनल के हीरो साबित हुए। रहाणे इन दिनों एक नए रूप में दिखे हैं जहां
उन्हें आक्रामक बल्लेबाज़ी करते देखा गया। बाकी केएस भरत को फाइनल इलेवन में जगह पाने के लिए ईशान किशन की चुनौती का सामना करना पड़ेगा।
डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले टीम इंडिया कोई अभ्यास मैच नहीं खेलेगी। वैसे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अब यह चलन सा हो गया है कि टीमें विदेशी दौरों में अभ्यास मैच के बजाय इंट्रा स्कवैड मैच में दिलचस्पी लेती हैं। यानी 11-11 खिलाड़ियों की दो टीमें बनाकर इनके बीच मैच खेला जाता है। इससे खिलाड़ियों को अच्छी खासी मैच प्रैक्टिस मिल जाती है। टीम इंडिया का अभ्यास ज़ोर-शोर से चल रहा है। अरुंडेल केसल क्लब में भारतीय खिलाड़ी अभ्यास कर रहे हैं। राहत की बात यह है कि ओवल की कंडीशंस भारत से मिलती जुलती हैं। यहां पिच सूखी होने की वजह से स्पिनरों के लिए उम्मीद जगती है। सम्भव है कि टीम इंडिया यहां दो स्पिनरों के साथ उतरे। वैसे पिछली बार साउथैम्प्टन में भी टीम रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा के साथ उतरी थी। मगर वहां सीमिंग ट्रैक पर भारत को इसका कोई लाभ नहीं मिल सका था। तब और अब में फर्क यह है कि न अब विराट कोहली कप्तान हैं और न ही रवि शास्त्री कोच। इनकी जगह रोहित शर्मा और राहुल द्रविड़ ने ले ली है। अब इन दोनों की जुगलबंदी में क्या टीम इंडिया लम्बे समय से चली आ रही आईसीसी ट्रॉफी के सूनेपन को समाप्त कर पाएगा, यह देखना दिलचस्प होगा।