सनराइजर्स हैदराबाद और रॉयल चैलेंजर्स, बैंगलुरु के बीच जब पिछला मुक़ाबला हुआ था तो उसमें करीब साढ़े पांच सौ रन बने थे। तब वह मुक़ाबला चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुआ था लेकिन गुरुवार को इनका मुक़ाबला हैदराबाद के राजीव गांधी स्टेडियम में खेला जाएगा। यह एक ऐसा मैदान है, जहां एसआरएच की टीम कोई मुक़ाबला इस बार हारी नहीं है।
एसआरएच ने इस बार गज़ब की पॉवरहिटिंग की है और तीन बार 260 से ज़्यादा का स्कोर खड़ा किया है। आम तौर पर किसी भी ओपनिंग जोड़ी में एक बल्लेबाज़ हिटिंग करता है और दूसरा थोड़ा शांत रहता है लेकिन एसआरएच में अभिषेक शर्मा जिस तरह ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी करते हैं। उसी अंदाज में ट्रेविस हैड का बल्ला भी शुरुआती ओवरों में खूब गरजता है। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ तो इन दोनों ने 125 का पहाड़नुमा स्कोर खड़ा कर दिया था। इनके बाद मार्करम, क्सासेन, नीतीश रेड्डी, अब्दुल समद और शाहबाज़ अहमद यानी सभी सातों बल्लेबाज़ पॉवरहिटर हैं, जिससे यह टीम करीब करीब हर मैच में पहाड़नुमा स्कोर बनाने में कामयाब रहती है।
बेशक एसआरएच की गेंदबाज़ी उस स्तर की नहीं है लेकिन वह इतनी भी बुरी नहीं है। उनके खिलाफ खूब रन पड़े हैं। मुम्बई इंडियंस ने उनकी गेंदबाज़ी के सामने 246 रन बनाए हैं तो आरसीबी ने 262 का स्कोर खड़ा किया है लेकिन एक सच यह भी है कि ये गेंदबाज़ बीच के ओवरों में सात से भी कम की इकॉनमी से रन खर्च करते हैं। पैट कमिंस इस दौरान गेंदबाज़ों का अच्छा इस्तेमाल करते हैं।
सवाल यह है कि आखिर अभिषेक शर्मा और ट्रेविस हैड को शुरुआती ओवरों में कैसे रोका जा सकता है। बेहतर होगा कि इन्हें तीसरे से चौथे स्टम्प पर जाने वाली इनकटर या आउटस्विंगर गेंदें की जाएं। इस पर गेंद उनके बल्ले का बाहरी किनारा लेकर स्लिप या विकेटकीपर के पास जा सकती है। अभिषेक शर्मा कितनी ही बार इस तरीके से घरेलू क्रिकेट में आउट होते रहे हैं।
उधर आरसीबी का न तो मुख्य स्ट्राइक बॉलर चल रहा है, न अलजारी जोसफ और फर्ग्यूसन के रूप में कोई विदेशी बॉलर ही कारगर रहा है। न बल्लेबाज़ी में एकजुटता है। पिछले वर्षों में बैटिंग दमदार थी, बॉलिंग हल्की थी। मगर इस बार दोनों के हाल बेहाल हैं। बल्लेबाज़ी में कभी विराट चलते हैं तो कभी फाफ। दिनेश कार्तिक के प्रदर्शन में ज़्यादा निरंतरता है और वह एक अच्छे पॉवरहिटर के तौर पर सामने आए हैं लेकिन टीम का बैलेंस न होना उसकी सबसे बड़ी कमज़ोरी है। ज़ाहिर है कि एसआरएच के धाकड़ पॉवरहिटरों के सामने उसके गेंदबाज़ों का यह कड़ा इम्तिहान है।