भारत के महान ओपनिंग बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने कहा है कि टीम इंडिया के खिलाड़ियों के लिए टी20 से टेस्ट क्रिकेट की मानसिकता में आना भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी। भारतीय टीम विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल 2023 में ऑस्ट्रेलिया का सामना करेगी।
टीम के जयादातर खिलाड़ी आईपीएल खेलने के बाद वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल के लिए लंदन रवाना हुए हैं। गावस्कर ने कहा कि पिछले दो महीनों में केवल चेतेश्वर पुजारा ही एकमात्र ऐसे खिलाड़ी हैं जो लंबे फॉर्मेट में खेल रहे हैं और भारत के खिलाड़ियों को एक हफ्ते के अंदर तेजी से अपनी मानसिकता में बदलाव करना होगा।
गावस्कर ने कहा कि सबसे बड़ी परीक्षा यह होगी कि लगभग हर खिलाड़ी टी20 फॉर्मेट से निकलकर टेस्ट में जाएगा। टेस्ट क्रिकेट सबसे लंबा फॉर्मेट है। इसलिए उन्हें लगता है कि यह एक बड़ी चुनौती होगी। भारत की ओर से केवल चेतेश्वर पुजारा हैं, जो इंग्लिश काउंटी चैंपियनशिप में खेल रहे हैं।
गावस्कर ने आगे कहा कि अजिंक्य रहाणे ने इंडियन प्रीमियर लीग 2023 में शानदार प्रदर्शन किया जिसके कारण भारतीय टेस्ट टीम में उनकी वापसी हुई। जब ऐसा लगा कि उनके लिए राष्ट्रीय टीम के दरवाजे बंद हो गए हैं, तो रहाणे ने पूरे आईपीएल में सीएसके के लिए तेज गति से रन बनाए और भारतीय टीम में वापसी कर ली।
रहाणे के बारे में बात करते हुए गावस्कर ने ये भी कहा कि उनके पास इंग्लैंड में क्रिकेट खेलने का काफी अनुभव है और वह फाइनल में अच्छा प्रदर्शन करने की पूरी काबिलीयत रखते हैं। उनके पास इंग्लैंड में खेलने और इंग्लैंड में रन बनाने का काफी अनुभव है। इसलिए गावस्कर को लगता है कि वह नंबर 5 पर टीम के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हैं।
गावस्कर ने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है कि रहाणे के पास खुद को साबित करने का अभी मौका है। रहाणे में अभी काफी क्रिकेट बाकी है और यह उनके लिए एक बेहतरीन मौका है। गावस्कर ने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह अपने अनुभव से इस मौके का भरपूर फायदा उठाएंगे और भारतीय टीम में अपनी जगह फिर से पक्की कर लेंगे।