आलराउंडर अपनी दोहरी काबिलियत के लिए हमेशा से महत्त्वपूर्ण रहे हैं। पांच अक्टूबर से शुरू हो रहे वर्ल्ड कप में इन खिलाड़ियों पर एक बार फिर से अपनी टीम को चैंपियन बनाने की जिम्मेदारी होगी। एक नजर कुछ चुनिंदा आलराउंडरों पर जो वर्ल्ड कप में दिखने वाले हैं।
बेन स्टोक्स
बेन स्टोक्स अकेले दम मैच का परिणाम बदल सकते हैं। 2019 में वर्ल्ड कप फाइनल में वह इंग्लैंड के सबसे बड़े हीरो साबित हुए थे। इस हरफनमौला खिलाड़ी की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इंग्लिंश मैनेजमेंट ने इस खिलाड़ी को रिटार्यरमेंट से वापस बुला लिया। 93 वन-डे खेलते हुए स्टोक्स ने अभी तक 3159 रन 40.50 की औसत से बनाए हैं जिसमें चार सेंचुरी और 22 हॉफ सेंचुरी भी शामिल हैं। बाएं हाथ का यह खिलाड़ी अपनी पावरफुल हिटिंग और आक्रामक खेल के लिए जाना जाता है। मिडिल आर्डर में आकर स्टोक्स संयम से खेल चला भी सकते हैं और डेथ ओवरों में आकर ताबड़तोड़ चौके-छक्के भी लगा सकते हैं। अपनी घुटने की इंजरी के चलते स्टोक्स गेंदबाजी नहीं करेकरक लेकिन इस खिलाड़ी के जुझारूपन को देखते हुए जरूरत पड़ने पर गेंदबाजी भी कर सकते हैं। दबाव में स्टोक्स अलग निखर कर आते हैं। इंग्लैंड के लिए यह खिलाड़ी फिर से मैच विनर साबित हो सकता है।
हार्दिक पांड्या
भारत के लिए यह आलराउंडर बहुत महत्त्वपूर्ण हैं। 60 पारियों में हार्दिक ने 33 की औसत और 110 के शानदार स्ट्राइस रेट के साथ 1758 रन बनाए हैं। इस दौरान 11 हॉफ सेंचुरी भी लगाई हैं। डेथ ओवरों में आकर पांड्या गेंद को सीमा पार भेज सकते हैं और विकेट गिरने पर एक छोर संभाल भी सकते हैं। गेंदबाजी में भी हार्दिक भारत के लिए उपयोगी साबित हुए हैं। 82 वन-डे खेलते हुए इन्होंने 79 विकेट भी हासिल किए हैं। हार्दिक वर्ल्ड कप में जरुरत पड़ने पर तीसरे मुख्य तेज गेंदबाज की कमी भी पूरी कर सकते हैं।
रवींद्र जडेजा
यह स्पिन आलराउंडर वर्ल्ड कप में अपना जलवा बिखेरेने के लिए तैयार है। जडेजा तीनों विभाग( बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग) में भारत के लिए उपयोगी हैं। यह खिलाड़ी ने अपने करिअर में 204 वन-डे विकेट हासिल कर चुका है। जडेजा साझेदारी तोडने और रनों में अंकुश लगाने में माहिर हैं और वर्ल्ड कप में भी उनके ऊपर यहीं जिम्मेदारी होगी। 127 पारियों में इस खिलाड़ी ने 13 हॉफ सेंचुरी लगाते हुए 2636 रन बनाए हैं।
इसके अलावा वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के सैम करन, ऑस्ट्रेलिया के ग्लेन मैक्सवेल और मिचेल मार्स, न्यूजीलैंड के डेरिल मिचेल पर भी नजरें होगी जो अपने हरफनमौला खेल से अपनी टीमों ट्रॉफी के करीब ले जाएंगें।