इन दिनों आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर की नियम खूब चर्चा का विषय है। रोहित शर्मा से लेकर रिकी पॉटिंग इस नियम को खारिज कर चुके हैं। अब बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने स्पष्ट किया है कि आईपीएल में यह नियम एक्सपेरिमेंट के तौर पर शुरू किया गया था। अब यह सभी फ्रेंचाइज़ी ओनर्स पर निर्भर करता है कि इसे आगे रखा जाये या हटाया जाये। इसी नियम की वजह से इस बार आईपीएल में आठ से भी ज़्यादा मौकों पर 250 से ज़्यादा रन बने हैं।
इस नियम के अंतर्गत टीमों को अतिरिक्त बल्लेबाज मिल रहा है। रोहित शर्मा ने कहा कि ऑलराउंडरों को इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर उतारा जा रहा है जिससे उन्हें गेंदबाज़ी करने का मौका नहीं मिल रहा। ज़ाहिर है कि अगर कोई ऑलराउंडर गेंदबाज़ी नहीं करेगा तो फिर उसे किस आधार पर ऑलराउंडर कहा जा सकता है।
जय शाह ने कहा कि इम्पैक्ट खिलाड़ी के नियम से दो खिलाड़ियों को मौके मिलते हैं और 12 खिलाड़ी अपना जलवा दिखा सकते हैं। उन्होंने कहा कि इससे इस खेल में इनोवेशन आ गया है जो खिलाड़ियों के बीच चर्चा का विषय बना रहता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि फिर भी अगर इस बारे में सुझाव आएंगे, हम उन पर भी ध्यान देंगे। टी20 वर्ल्ड कप के बाद टीम मालिकों से बातचीत के बाद इस बारे में अंतिम फैसला लिया जाएगा।
जय शाह ने साथ ही यह भी स्पष्ट किया कि वह यह नहीं कह रहे कि इस नियम को खत्म किया जाएगा। साथ ही उन्होंने भारतीय खिलाड़ियों के लिए कहा कि आज के प्रतिस्पर्धी युग में हमारे खिलाड़ियों को आराम की ज़रूरत नहीं है। आईपीएल के तुरंत बाद खिलाड़ी अमेरिका में अपने अभ्यास में जुट जाएंगे। भारतीय टीम दो जत्थों में अमेरिका के लिए रवाना होगी, जहां पहले चरण के वर्ल्ड कप के मैच आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने साथ ही माना कि आईपीएल की ज़रिए भारतीय खिलाड़ियों का इस वर्ल्ड कप के लिए अच्छा अभ्यास हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने महिला क्रिकेट को भी बढ़ावा देने की बात कही क्योंकि महिलाओं का टी-20 वर्ल्ड कप भी इसी साल बांग्लादेश में आयोजित किया जाएगा।