ऑस्ट्रेलिया बेशक लॉर्ड्स टेस्ट में मजबूत स्थिति में है लेकिन उसे नाथन
लॉयन की इंजरी ने बड़ा झटका दिया है। दूसरे दिन पारी के 37वें ओवर में
बाउंड्री पर कैच लपकते हुए वह इंजरी के शिकार हो गये थे। उनकी पिंडलियों
में खिंचाव आ गया था और उसके बाद से वह मैदान में नहीं उतरे। लॉयन की इस
इंजरी की गम्भीरता का पता इसीसे लगता है कि उन्होंने अपनी इंजरी से उबरने
के लिए री-हैब की मांग की है।
लॉयन ने एजबेस्टन टेस्ट की दोनों पारियों में चार-चार विकेट चटकाए थे और
पैट कमिंस के साथ अहम पार्टनरशिप करके अपने बल्ले से टीम को मैच जिताने
में अहम योगदान दिया था। हालांकि स्टीव स्मिथ ने उनकी गैर-मौजूदगी को
बड़ा झटका बताया है। ऑस्ट्रेलिया की एक वेबसाइट के अनुसार लॉयन इस पूरी
सीरीज़ से बाहर हो गए हैं।
2013 में आखिरी बार इंजरी की वजह से लॉयन बाहर हुए थे। वह भी संयोग से
लॉर्ड्स टेस्ट था। मगर लगातार सौ टेस्ट खेलने वाले दुनिया के अकेले
गेंदबाज़ होने का कार्तिमान उन्हीं के नाम है, जो इसी टेस्ट में उन्हें
हासिल हुआ। मगर वह इस टेस्ट को यादगार नहीं बना पाए। वैसे एलिएस्टर कुक,
मार्क वॉ, सुनील गावसकर, एलन बोर्डर और ब्रेंडम मैकुलम लगातार सौ टेस्ट
खेलने का कमाल कर पाए हैं लेकिन ये सभी बल्लेबाज़ थे।
इसे पैट कमिंस की चतुराईपूर्ण कप्तानी ही कहा जाएगा कि नाथन लॉयन के
मैदान पर न होने के बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और ट्रेविस हैड को
ऑफ स्पिन गेंदबाज़ी की कमान सौंपी। ट्रेविस हैड ने भी उन्हें निराश नहीं
होने दिया। इस पार्ट टाइम स्पिनर ने स्टुअर्ट ब्रॉड और रॉबिंसन को एक ही
ओवर में आउट करके इंग्लैंड की पहली पारी को सस्ते में समटेने में अहम
भूमिका निभाई।
अगर लॉयन इस सीरीज़ में उपलब्ध नहीं होते तो इतना तय है कि उनकी जगह टोड
मर्फी को जगह मिलेगी। यह वही मर्फी हैं जिन्होंने अपने पहले ही टेस्ट में
नागपुर में सात विकेट चटकाए थे और पूरी सीरीज़ में खासकर विराट कोहली को
काफी परेशान किया था। उन्होंने चार टेस्ट में चार बार विराट का विकेट
हासिल किया था।