बाबर आज़म आज के युग के महान क्रिकेटरों में से एक हैं। उन्होंने
शुक्रवार को कराची के नैशनल स्टेडियम में अपने दर्शकों को खुश कर दिया।
उन्होंने इस सीज़न की वनडे क्रिकेट की पहली सेंचुरी बनाई। न्यूज़ीलैंड के
गेंदबाज़ उनके सामने असहाय दिखाई दिए।
वैसे बाबर इस साल टी-20 क्रिकेट में सेंचुरी पहले ही लगा चुके हैं जो
उन्होंने इसी टीम के खिलाफ लगाई थी। पिछले साल उन्होंने न्यूजीलैंड के ही
खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में सेंचुरी बनाई थी लेकिन इस बार उनकी सेंचुरी की
खासियत यह थी कि उनके शानदार स्ट्रेट ड्राइव कमाल के थे। खासकर टिकनर और
नीशम पर उन्होंने ऐसे ही प्रहार किए। इसकी बड़ी वजह न्यूज़ीलैंड के
गेंदबाज़ों का फुलर लेंग्थ गेंदों पर केंद्रित होना था। टेस्ट क्रिकेट
में उनकी बल्लेबाज़ी पर सुनील गावस्कर का काफी असर दिखाई देता है क्योंकि
वह भी उनकी ही तरह बड़े शॉट्स के लिए कमज़ोर गेंदों का इंतज़ार करते हैं।
अच्छे टेम्परामेंट का परिचय देते हैं लेकिन इस बार वनडे क्रिकेट में
उन्होंने स्ट्रेट ड्राइव लगाकर गेंदबाज़ों को असहाय सा कर दिया।
हालांकि बाबर के आलोचक उनकी बल्लेबाज़ी में बेहतर स्ट्राइक रेट की उम्मीद
करते हैं लेकिन सच यह है कि अगर उनकी यह सेंचुरी नहीं लगती तो पाकिस्तान
की ओर से दो अच्छी पार्टनरशिप भी देखने को न मिलती। उन्होंने आगा सलमान
के साथ सेंचुरी पार्टनरशिप की तो वहीं शान मसूद के साथ हाफ सेंचुरी
पार्टनरशिप करके टीम को मज़बूत स्थिति में पहुंचा दिया। ऐसा लगने लगा है
कि बाबर पिछले साल की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच की फॉर्म में लौट आए हैं।
तब उन्होंने लगातार दो मैचों में सेंचुरी बनाई थी। इस बार वन-डे सीरीज़
में उन्होंने पिछले तीन मैचों में हाफ सेंचुरी बनाई और अपनी टीम की जीत
में अहम योगदान दिया।
ज़ाहिर है कि बाबर की बल्लेबाज़ी में निरंतरता है। उन्होंने साबित कर
दिया कि वह केवल कवर ड्राइव में ही पारंगत नहीं हैं बल्कि अन्य शॉट्स भी
बखूबी लगाने में उन्हें महारथ हासिल है। मज़े की बात यह है कि इस पारी
में उन्होंने एक भी कवर ड्राइव नहीं लगाया। पाकिस्तान का यह किंग और टीम
इंडिया का किंग विराट कोहली में स्टीव स्मिथ, केन विलियम्सन और जो रूट से
बेहतर करने की काबिलियत है। जो रूट और स्मिथ पर टेस्ट की ही छाप है लेकिन
बाबर और विराट कोहली तीनों फॉर्मेट के फनकार साबित हो रहे हैं। इन दोनों
की बल्लेबाज़ी किसी भी फॉर्मेट का मुख्य आकर्षण रहती है।