जिन विराट कोहली को कभी पॉवरहिटर नहीं माना गया और न ही अन्य फॉर्मेट की
तुलना में उन्हें टी-20 का आदर्श खिलाड़ी माना गया, उसी फॉर्मेट में वह
आज आईपीएल के इतिहास में सबसे अधिक सात सेंचुरी बनाने में कामयाब हो गए
हैं। आम तौर पर इस फॉर्मेट में उनका स्ट्राइक रेट 130 से 140 के आस-पास
रहता है लेकिन जब वह आईपीएल में सेंचुरी बनाते हैं तो उनका स्ट्राइक रेट
180 या इसको भी पार कर जाता है।
मज़े की बात यह है कि आईपीएल में 2008 से 2015 तक कुल आठ वर्षों तक उनके
बल्ले से एक भी सेंचुरी नहीं बनी लेकिन 2016 में उन्होंने कुल चार
सेंचुरी बनाई। एक सेंचुरी 2019 में और दो इसी सीज़न में उनके बल्ले से
देखने को मिली और उन्होंने इस मामले में वह कर दिखाया जो कोई दूसरा नहीं
कर पाया है।
2016 में विराट ने गुजरात लॉयंस के खिलाफ दो और पुणे सुपर जाएंट्स और
पंजाब किंग्स की ओर से एक-एक सेंचुरी बनाई। किंग्स के खिलाफ जहां 50
गेंदों पर उन्होंने 113 रन की ताबड़तोड़ पारी खेली, वहीं पुणे टीम के
खिलाफ उन्होंने रनों का पीछा करते हुए ये सेंचुरी बनाई। 2019 में केकेआर
के खिलाफ और इस सीज़न में उन्होंने सनराइजर्स हैदराबाद और गुजरात टाइटंस
के खिलाफ सेंचुरी बनाई। ये सभी पारियां बेमिसाल रहीं जिनमें उनका
विस्फोटक अंदाज़ देखने को मिला। इन सब पारियों में उनकी प्लेसिंग, उनके
टाइमिंग और बीच-बीच में लाफ्टेड शॉट्स दर्शनीय रहे।
इन सात में से पांच सेंचुरियां पहले बल्लेबाज़ी करते हुए आईं और पांच
मौकों पर उनकी टीम भी जीतने में सफल रहीं। इन सातों मौकों पर विराट बतौर
ओपनिंग बल्लेबाज़ खेलते हुए दिखे और वह भी अलग-अलग पांच पार्टनरों के
साथ। कभी शेन वॉटसन, कभी केएल राहुल, कभी क्रिस गेल, कभी पार्थिव पटेल और
कभी फाफ डू प्लेसी इस दौरान उनके ओपनिंग पार्टनर रहे।
वैसे इन सात सेंचुरियों में किंग्स के खिलाफ उनकी तेज़तर्रार सेंचुरी को
इनमें काफी ऊंचे दर्जे पर रखा जा सकता है जबकि राइज़िंग पुणे सुपर
जाएंट्स के खिलाफ सात साल पुरानी सेंचुरी को सर्वश्रेष्ठ आंका जा सकता है
जहां उन्होंने अपनी टीम को रनों का पीछा करते हुए 192 का लक्ष्य हासिल
कराया था।
पिछले दिनों एशिया कप में अफगानिस्तान के खिलाफ उनकी ताबड़तोड़ पारी भी
बेमिसाल थी जब उन्होंने समय से चले आ रहे सेंचुरी के सूनेपन को खत्म किया
था। बेशक आज बीसीसीआई अगले टी-20 वर्ल्ड कप के लिए एक अलग टी-20 टीम का
गठन करने की इच्छुक है। क्या विराट कोहली अपने इस अंदाज़ में युवा
ब्रिगेड को चुनौती देने में क़ामयाब हो पाएंगे, देखना दिलचस्प रहेगा।