इस समय पर्पल कैप की रेस में जसप्रीत बुमराह, युजुवेंद्र चहल और हर्शल पटेल के बीच कड़ा संघर्ष चल रहा है। तीनों में प्रत्येक के 13-13 विकेट हैं। कोएत्जी के 12 विकेट हैं जबकि सैम करन और मुस्ताफिज़ुर रहमान के 11 विकेट हैं। इस सबके बावजूद बुमराह इन सबसे अलग दिखते हैं।
बेशक बुमराह के अलावा चहल और हर्षल ने भी बराबर संख्या में विकेट चटकाए हों लेकिन बुमराह की इकॉनमी 6.37 है जो बाकी सबसे ज़्यादा किफायती है। आरसीबी के खिलाफ उन्होंने 21 रन देकर पांच विकेट हासिल किए। दो बार उन्होंने चार ओवरों में 21 रन खर्च किए और एक बार 22 रन। गुजरात टाइटंस के खिलाफ 14 रन में तीन विकेट चटकाने के साथ वह बेहद किफायती गेंदबाज़ साबित हुए।
बुमराह ने इस बार स्लोअर बाउंसर पर बल्लेबाज़ों को डराया है। क्रीज़ के कोने का इस्तेमाल करते हुए कोण लेती उनकी गेंदें और भी खतरनाक साबित होती हैं। सच तो यह है कि वह बल्लेबाज़ के माइंडसेट को बखूबी पढ़ लेते हैं। उसके हिसाब से रणनीति बनाकर आक्रमण करते हैं। राजस्थान रॉयल्स के युजुवेंद्र चहल ने मुम्बई इंडियंस के खिलाफ 11 रन देकर तीन विकेट चटकाकर इस आईपीएल में अपनी सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ी की थी। उनकी इकॉनमी 8.83 की है। कुछ दिन पहले इससे भी अच्छी इकॉनमी थी लेकिन पिछले चार में से तीन मैचों में वह काफी महंगे साबित हुए।
हर्षल पटेल इस होड़ में कुछ दिन पहले तक कहीं नहीं थे लेकिन गुजरात टाइटंस और मुम्बई इंडियंस के खिलाफ मैच में तीन-तीन विकेट हासिल करने के साथ ही वह भी पर्पल कैप की रेस में आ गए हैं। हालांकि उनकी इकॉनमी 9.58 की है लेकिन गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच में उन्होंने 15 रन देकर तीन विकेट हासिल करके अपनी इकॉनमी और विकेटों की संख्या में अच्छा खासा सुधार किया।
मुम्बई इंडियंस के गेराड कोएत्जी के नाम 12 विकेट हैं लेकिन उनकी इकॉनमी 10.10 की है। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच में उन्होंने 34 रन देकर तीन विकेट हासिल किए। इसके अलावा पंजाब किंग्स की इन दिनों कप्तानी कर रहे सैम करन और चेन्नई सुपरकिंग्स के मुस्ताफिज़ुर रहमान के नाम 11-11 विकेट हैं। मुस्ताफिज़ुर ने सैम से दो मैच कम खेले हैं। सैम की इकॉनमी 8.79 और मुस्ताफिज़ुर की 9.41 है। इसके अलावा पांच गेंदबाज़ों ने 10-10 विकेट हासिल किए हैं। कुलदीप यादव (7.70), टी नटराजन (8.50), कागिसो रबाडा (8.53), खलील अहमद (9.03) और मोहित शर्मा (9.18) भी पर्पल कैप की होड़ में बने हुए हैं।