आर्यन कपूर
भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच तीसरे टेस्ट मैच भारत की बल्लेबाजी ने एक बार फिर निराश किया। पुणे टेस्ट में भारत ने पहली इनिंग में गुच्छों में विकेट गंवाए जिसके चलते भरतीय टीम स्कोरबोर्ड पर केवल 156 रन ही लगा सकी। यह पहली बार नहीं है जब किसी विदेशी स्पिनर ने भारत को भारत की सरजमीन पर तकलीफ दी हो इससे पहले भी कई बार भारतीय बल्लेबाजी विदेश स्पिन गेंदबाजों के सामने बिखरती दिखी है।
ये विदेशी स्पिनर रहे खतरनाक
पुणे टेस्ट में फिलहाल भारत काफी पीछे नजर आ रहा है। भारतीय बल्लेबाजी मिचेल सेंटनर की शानदार गेंदबाजी के सामने पूरी तरह से फ्लॉप नजर आई। दूसरे दिन के अंत तक भारत इस मैच में काफी ज्यादा पीछे दिखाई पड़ता है। स्पिन गेंदबाजी के सामने भारत का स्ट्रगल खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। मिचेल सेंटनर ने भारत के 7 बल्लेबाजों को पविलियन का रास्ता दिखाने का काम किया।
यह पहली बार नहीं है जब भारत की बल्लेबाजी को विदेशी स्पिनरों ने इतना तंग किया हो इससे पहले भी 2016-17 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद से भारतीय बल्लेबाजी का स्पिन गेंदबाजों के सामने कई विदेशी स्पिनरों ने शानदार प्रदर्शन किया। इस कड़ी में सबसे पहला नाम स्टीव ओ’कीफ का है। उन्होंने 2016-17 में खेली गई टेस्ट सीरीज में 4 मैचों में 19 विकेट झटके थे। इसके अलावा मोईन अली, जो रूट, शोएब बशीर और डॉम बैस भी भारत को घरेलू मैदानों में परेशान कर चुके हैं।
भारत और न्यूज़ीलैंड की पिछली सीरीज में भी एजाज़ पटेल ने एक ही इनिंग में 10 विकेट झटके थे। केवल यहीं नहीं, भारत में आखिरी बार खेली गई बॉर्डर-गावस्कर में मैट कुहनेमन ने भी भारतीय बल्लेबाजों की परेशानी बढ़ाने का काम किया था।
पुणे टेस्ट में खराब स्थिति में भारत
पुणे टेस्ट मैच में दूसरे दिन के स्टंप्स के समय भारतीय टीम परेशानी में है। न्यूज़ीलैंड ने भारत पर 301 रन की बढ़त बना ली है। यह मैच जीतना भारत के लिए काफी मुश्किल होने वाला है। यहां से कीवी बल्लेबाज़ी जितने भी रन जोड़ेगी, वह सभी रन भारत को कांटे की तरह चुभने वाले हैं। तीसरे दिन के खेल में भारत कोशिश करेगा कि न्यूज़ीलैंड को जल्द से जल्द ऑल-आउट किया जाए, ताकि भारतीय टीम की जीत की उम्मीदें बनी रहें।