~प्राची कपरुवाण
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने केपटाउन के न्यूलैंड्स की पिच को असंतोषजनक करार दिया है। इस पिच पर साउथ अफ्रीका और भारत के बीच आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप सीरीज के अंतर्गत दूसरा टेस्ट मैच खेला गया था आईसीसी ने कहा कि पिच को आईसीसी पिच और आउटफील्ड निगरानी प्रक्रिया के तहत “असंतोषजनक” माना गया है आईसीसी मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड ने मैच अधिकारियों की चिंताओं को ध्यान में रखते हुए कप्तान डीन एल्गर और रोहित शर्मा से बात करने के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपी। दोनों ने बताया कि पिच मैच खेलने के लिए उतनी सक्षम नहीं थी। पिच की पूरी जांच करने के बाद आयोजन स्थल को पिच के लिए एक डीमेरिट पॉइंट दिया गया।
पिच की रिपोर्ट क्रिकेट साउथ अफ्रीका को भेज दी गई है, जिसके पास इस बारे में अपील करने के लिए 14 दिन का समय है। क्रिस ब्रॉड ने कहा कि न्यूलैंड्स की पिच पर बल्लेबाजी करना बहुत मुश्किल था। पूरे मैच के दौरान गेंद तेजी से और कभी-कभी खतरनाक तरीके से उछल रही थी, जिससे शॉट खेलना मुश्किल हो रहा था। कई बल्लेबाजों के ग्लव्स पर गेंद लगी और अजीबोगरीब उछाल के कारण कई विकेट भी गिरे।” यदि इस दौरान किसी पिच या आउटफील्ड को खराब माना जाता है तो उस जगह को डिमेरिट पाइंट दिए जाते है।
एक डिमेरिट पाइंट उस मैदान को दिया जाता है जिनकी पिच और आउटफील्ड्स को मैच रेफरी ने असंतोषजनक माना हो जबकि तीन डिमेरिट पाइंट उस जगह को दिए जाते हैं जिनकी पिच और आउटफील्ड को अनफिट माना गया हो। एक वैन्यू पर डिमेरिट पॉइंट्स की गणना पांच साल तक के लिए मान्य होती है। जब किसी मैदान पर छह डिमेरिट पाइंट्स जमा हो जाते हैं तो उस मैदान को 12 महीने के निलम्बित कर दिया जाता है।