पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की अड़ंगेबाज़ी जारी है। अब उसने पाकिस्तान टीम के अभ्यास मैच पर सवाल उठाया है। उसका कहना है कि उनकी टीम अफगानिस्तान से मैच नहीं खेलना चाहती क्योंकि इस टीम से उनका पाला सितम्बर में एशिया कप में पड़ने वाला है। उसका कहना है कि गैर एशियाई देश से उनका अभ्यास मैच होना चाहिए।
इससे पहले पीसीबी पाकिस्तान के ऑस्ट्रेलिया से होने वाले मैच को बैंगलुरु की जगह चेन्नई में और अफगानिस्तान से चेन्नै में होने वाले मैच को बैंगलुरु में कराने के सुझाव दे चुकी है। इंटरनैशनल क्रिकेट काउंसिल और बीसीसीआई की हुई मीटिंग में इन सुझावों को सिरे से खारिज कर दिया गया है। मीटिंग में यह भी कहा गया है कि किसी टीम की ताक़त और कमज़ोरी को ध्यान में रखते हुए आयोजन स्थलों को नहीं बदला जा सकता। ये तभी बदले जा सकते हैं जब सुरक्षा कारण अहम हों। गौरतलब है कि 2016 के टी-20 वर्ल्ड कप में भारत और पाकिस्तान का मैच धर्मशाला में होने वाला था। तब पाकिस्तान ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए आईसीसी से वैन्यू को बदले जाने की मांग की थी, जिसे मान लिया गया और यह मैच कोलकाता के ईडन गार्डन में आयोजित किया गया था। इतना ही नहीं, पाकिस्तान को इस बार भारत से होने वाले मैच के अहमदाबाद में आयोजित किए जाने पर भी एतराज था मगर आईसीसी ने सिरे से उसके इन सब एतराजों को सिरे से खारिज कर दिया।
वर्ल्ड कप के कार्यक्रम के अनुसार पाकिस्तान को अपने दोनों क्वॉलिफायर मैच हैदराबाद में खेलने हैं जबकि अहमदाबाद में उसे भारत से और बैंगलुरु में ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड से खेलना है। चेन्नै में उसे अफगानिस्तान और साउथ अफ्रीका से भिड़ना है जबकि कोलकाता में उसके दो मुक़ाबले बांग्लादेश और इंग्लैंड से होने निर्धारित किए गए हैं।
ज़ाहिर है कि पीसीबी की ओर से अब वर्ल्ड कप आयोजन पर रोज़ सवाल खड़े करने का सिलसिला यहीं थमेगा और पाकिस्तान तमाम दुर्भावनाओं को भुलाकर भाग लेने वाले अन्य देशों की तरह बर्ताब करेगा।