आखिरकार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में जिस बात का डर था, वही
हुआ। फाइनल की प्लेइंग इलेवन में अश्विन को टीम में जगह नहीं दी गई जबकि
वह दुनिया के नंबर 1 टेस्ट गेंदबाज हैं। ओवल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ
खिताबी मुकाबले में जैसे ही रोहित शर्मा ने टॉस जीतकर प्लेइंग इलेवन का
ऐलान किया, उसके बाद अश्विन के फैंस का दिल ही टूट गया।
अश्विन दुनिया के नंबर 1 टेस्ट गेंदबाज हैं और इसके बावजूद उन्हें फाइनल
की प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली, जबकि वे वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप
में भारत के सबसे कामयाब गेंदबाज भी हैं। जब अश्विन को न खिलाने की वजह
रोहित शर्मा से पूछी गई तो उन्होंने कहा कि ये एक मुश्किल फैसला था लेकिन
कंडीशंस को देखते हुए उन्हें चार तेज़ गेंदबाज चुनने पड़े। रोहित ने कहा
कि अश्विन मैच विनर हैं और वर्षों से वह हमें मैच जिताते आ रहे हैं लेकिन
हमें टीम की जरूरतों को ध्यान में रखना पड़ता है।
अश्विन के बाहर होने की असली वजह
ओवल की पिच पर घास और वहां का उछाल अश्विन के खिलाफ गया। इंग्लैंड में
गेंद स्विंग होती है इसलिए एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज खिलाना जरूरी था
इसलिए शार्दुल को तरजीह दी गई। जडेजा ने पिछले दो वर्षों में बल्ले से दम
दिखाया है और ये बात भी अश्विन के खिलाफ गई।
अश्विन का WTC में कैसा रहा प्रदर्शन ?
अश्विन ने WTC 2021-23 में भारत के लिए सबसे ज्यादा विकेट हासिल किए।
उन्होंने 13 मैचों में 61 विकेट हासिल किए। इस दौरान वह दो बार पारी में
पांच विकेट लेने में कामयाब रहे लेकिन बात वहीं आ जाती है कि कंडीशंस और
टीम बैलेंस क्या है? टीम मैनेजमेंट ने अश्विन को बाहर किया है लेकिन यकीन
मानिए इस खिलाड़ी के अनुभव की कमी टीम इंडिया को जरूर खलेगी।