आयुष राज
इंग्लैंड और उसका बैज़बॉल भारतीय क्रिकेट टीम के सामने धराशायी हो गया। इंग्लैंड टीम ने भारत के खिलाफ सीरीज के शुरुआत में कहा था कि उनकी टीम की बल्लेबाजी लाइन अप अन्य टीमों के लाइन अप से काफी बेहतर है लेकिन सीरीज के अंतिम मैच में जिस तरह से इंग्लैंड के बल्लेबाजों ने प्रदर्शन किया उससे ऐसा लग रहा था कि वह जल्द से जल्द मैच को खत्म करना चाहते हैं। भले ही वह हारें या जीतें।
हैदराबाद में सीरीज के शुरुआती टेस्ट में जीत के बाद इंग्लैंड अगले चार टेस्टों में भारत से बुरी तरह हारा। इंग्लैंड टीम ने बैज़बाल अंदाज में आक्रामक और तेज गति से रन बनाने की कोशिश की लेकिन इंग्लिश बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों के खिलाफ टिकने में हर बार असफल रहे।
भारत के लिए यह सीरीज़ किसी उपलब्धि से कम नहीं थी। भारतीय टीम में विराट कोहली और मोहम्मद शमी जैसे अनुभवी खिलाड़ी उपलब्ध नहीं थे। इसके बावजूद इंग्लैंड टीम युवा खिलाड़ियों से भरी भारतीय टीम के सामने कमजोर पड़ गई और सीरीज 1-4 से हार गई।b इस सीरीज में करारी हार के बाद इंग्लैंड की टीम में खिलाड़ियों के प्रदर्शन को देखते हुए काफी बदलाव हो सकते हैं। इंग्लैंड टीम को अगर भारत को हराना है तो उसके बल्लेबाजों को स्पिन गेंदबाजी खेलने का अभ्यासm ज्यादा करना होगा। करीब-करीब सभी बल्लेबाज भारतीय स्पिनरों की गेंदबाजी को पढ़ने में असमर्थ रहे।
हालांकि इंग्लैंड की टीम की ओर से टेस्ट सीरीज के दौरान युवा ऑफ स्पिनर गेंदबाज शोएब बशीर ने प्रभावित किया। उन्होंने पूरी सीरीज में दो बार एक पारी में पांच विकेट हासिल किए और कुल तीन मैचों में 17 विकेट चटकाए। सीरीज में पराजित होने के बाद कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा कि भारत के खिलाफ सीरीज के परिणाम से इंग्लैंड के बैज़बॉल क्रिकेट पर कोई असर नहीं होगा।