हिमांक द्विवेदी

पांच मैचों की सीरीज में दो शानदार मैच जीत कर टीम इंडिया आत्मविश्वास से भरी हुई है। 28 जनवरी को राजकोट में टीम इंडिया सीरीज़ को अपने नाम करने के इरादे से उतरेगी, वहीं सीरीज को सीरीज़ में बने रहने के लिए यह मैच जीतना ही होगा।

 

भारत ने पहला मैच कोलकाता के ईडन गार्डन्स में शानदार तरीके से सात विकेट से जीता। दूसरा मैच चेन्नई में खेला गया, जिसमें भारत को कड़ी मेहनत करनी पड़ी। तिलक वर्मा ने मुश्किल हालात में 72 रन की नॉटआउट पारी खेलकर भारत को जीत दिलाई।

 

सम्भावित प्लेइंग इलेवन : संजू सैमसन (विकेटकीपर), अभिषेक शर्मा, तिलक वर्मा, सूर्यकुमार यादव (कप्तान), हार्दिक पांड्या, अक्षर पटेल, वाशिंगटन सुंदर, रमनदीप सिंह, अर्शदीप सिंह, रवि बिश्नोई, वरुण चक्रवर्ती।

 

भारत और इंग्लैंड के बीच हैड-टू-हैड रिकॉर्ड –

कुल मैच 26

भारत ने जीते 15

इंग्लैंड ने जीते 11

 

तिलक वर्मा पर रहेंगी निगाहें

 

तिलक वर्मा भारतीय क्रिकेट टीम के युवा बल्लेबाज हैं, जिन्होंने हाल ही में अपने आक्रामक खेल से सबका ध्यान खींचा है। पिछली पारी में उन्होंने 72 रन बनाए और खास बात यह रही कि उन्होंने जोफ्रा आर्चर जैसे खतरनाक गेंदबाज के खिलाफ नौ गेंदों में 30 रन ठोक दिए। यह उनके शानदार फॉर्म और मुश्किल मैचों मे अच्छे प्रदर्शन को दर्शाता है। तिलक वर्मा की यह पारी इसलिए भी खास थी क्योंकि उन्होंने टीम को मुश्किल स्थिति से उबारा और अच्छे स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की। उनकी खासियत उनके स्ट्रोक प्ले और स्पिन व तेज गेंदबाजों के खिलाफ समान रूप से अच्छा प्रदर्शन करना है और अगर उनके अच्छे प्रदर्शन का सिलसिला जारी रहा तो उन्हें चैम्पियंस ट्रॉफी में भी शामिल किया जा सकता है, जहां 12 फरवरी नाम भेजने की आखिरी तारीख है।

 

जोस बटलर अकेले पड़ गए

इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर इस सीरीज में अब तक जबरदस्त फॉर्म में हैं। उन्होंने पहले दो मैचों में 68 और 45 रन बनाए हैं। उनकी बल्लेबाजी का अंदाज आक्रामक है और वह नई

गेंद के खिलाफ भी बेहतरीन प्रदर्शन कर सकते हैं। बटलर की सबसे बड़ी ताकत उनकी पावर-हिटिंग और स्पिनरों के खिलाफ अटैकिंग अप्रोच है। इसके अलावा उनकी कप्तानी भी इंग्लैंड के लिए महत्वपूर्ण रही है, क्योंकि वह हर कंडीशन के हिसाब से रणनीति बनाने में माहिर हैं। वह लंबे समय से आईपीएल में खेल रहे हैं उन्हे भारताय पिचों पर खेलने का अनुभव है।

भारत के गेंदबाजों के लिए उन्हें जल्दी आउट करना होगा क्योंकि अगर वह जम गए तो मैच इंग्लैंड के पक्ष में जा सकता है।

राजकोट का निरंजन शाह स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों के लिए अनुकुल मानी जाती है। यहां हाई-स्कोरिंग मैचों की उम्मीद की जा सकती है। इस मैदान पर पहले बल्लेबाजी करने वाली टीमों को फायदा मिलता है, जिससे टॉस का महत्व बढ़ जाता है। ऐसे में दोनो टीमों के कप्तान टॉस जीत कर पहले बल्लेबाजी करना चाहेंगे।

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