नमन गर्ग
विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन ने इंजरी को पीछे छोड़ते हुए घरेलू
क्रिकेट में दमदार कमबैक किया है। सबसे बड़ी बात यह है कि उनका नाम दलीप
ट्रॉफी के स्क्वॉड में नहीं था लेकिन फिर भी उन्हें प्लेइंग इलेवन में
खेलने का मौका दिया गया। पहला मैच वह इंजरी के कारण नहीं खेल पाए थे
लेकिन दूसरे मैच में वह इंजरी से उबरकर टीम में आए और उन्होंने दमदार
सेंचुरी जड़ दी।
हालांकि, वह इस मैच में बल्लेबाज के तौर पर खेले हैं क्योंकि विकेटकीपर
के तौर पर उनकी टीम में अभिषेक पोरल खेल रहे हैं। ईशान किशन ने नंबर 4 पर
खेलकर 120 गेंदों में 14 चौके और दो छक्कों की मदद से अपने फर्स्ट क्लास
करियर की सातवीं सेंचुरी पूरी की। वह उस समय बल्लेबाजी करने आए थे, जब
उनकी टीम के कप्तान रिटायर्ड हर्ट होकर पविलियन लौट चुके और फिर छोटी सी
साझेदारी के बाद दो विकेट गिर चुके थे। इसके बाद उन्होंने बाबा इंद्रजीत
के साथ पारी को आगे बढ़ाया और अहम मौके पर टीम की जिम्मेदारी अपने कंधों
पर ली।
इससे पहले वह बुची बाबू टूर्नामेंट में वह रनों का अंबार लगाने में भी
सफल हुए थे। ईशान किशन भारत के लिए दो टेस्ट मैच खेल चुके हैं। इसके
अलावा 27 वनडे इंटरनेशनल और 32 टी20 इंटरनेशनल मैचों में भी वह भारत की
ओर से खेले। वनडे इंटरनेशनल क्रिकेट में उन्होंने एक सेंचुरी जड़ी है, जो
डबल सेंचुरी थी बांग्लादेश में बांग्लादेश के खिलाफ। टेस्ट में एक, वनडे
में 7 और टी20 क्रिकेट में छह हाफ सेंचुरी जड़ चुके हैं। हालांकि ईशान
किशन अपने खेल से नहीं बल्कि पिछले वर्ष घरेलू क्रिकेट नही खेलने पर
बीसीसीआई के सेंट्रल कॉन्टैक्ट से बाहर हुए थे। वर्ल्ड कप 2023 के बाद
ईशान किशन भारत की ओर से अभी तक नहीं खेले हैं और आगे अगर वह भारत के लिए
खेलना चाहते हैं तो उन्हें अपना अनुशासन पर ध्यान देना होगा। कुल मिलाकर
उनका करियर अभी तक औसत रहा है लेकिन वह यहां से अपनी किस्मत एक नई कलम से
लिख सकते हैं। जैसे कई अन्य भारतीय खिलाड़ी ड्रॉप होने के बाद शानदार
वापसी कर चुके हैं।