अंडर 19 विश्व कप के दूसरे सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने पाकिस्तान को हराकर फाइनल में जगह बना ली है। यह इस विश्व कप का अब तक का सबसे रोमांचक मुकाबला था। पहली बैटिंग करते हुए पाकिस्तान की टीम 179 रन ही बना सकी। एक बार फिर से पाकिस्तान की बल्लेबाजी ने बेहद निराश किया। 180 रन का टारगेट सेमीफाइननल में ऑस्ट्रेलिया के सामने किसी भी प्रकार से बड़ा नहीं लग रहा था लेकिन पाकिस्तान की गेंदबाजी ने दिखाया कि ज्यादा नहीं बस अगर 10 से 15 भी उनके पास ज्यादा होते तो वह रविवार को भारत से फाइनल में भिड़ते। दसवें विकेट के लिए रॉफ मैकमिलन और कैलम विल्डर ने 17 रन की साझेदारी कर अपनी टीम को खिताब के एक कदम पास और ले गए।
180 रनों को देखते हुए ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत ठीक-ठीक हुई। पहले विकेट के लिए 10.1 ओवरों तक 33 रनों की साझेदारी हुई। लेफ्ट ऑर्म स्पिनर अराफात मिन्हास ने सैम कोन्टाज को 14 रन पर आउट कर पहला विकेट गिराया। इस विकेट के बाद अगले छह ओवर में और चार खिलाड़ी पवेलियन लौट गए। पाकिस्तान मैच में वापसी कर चुका था। विकेट के दबाव के बीच पाकिस्तान ने रनों पर लगाम कसी। 59 रनों पर चार विकेट खो चुकी ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए हैरी डिसो और ओलिवर पीक ने संकट मोचक साबित हुए। दोनों ने पांचवे विकेट के लिए 43 रन जोड़े और जीत के करीब ले गए।सलामी बल्लेबाज हैरी ने 50 रनों की पारी खेली। तब ऑस्ट्रेलिया को 141 गेंदों में 78 रनों की दरकार थी। पांच विकेट अभी भी बाकी थे और गेंदों को देखते हुए चेज अभी भी कंट्रोल में था। छटे विकेट के लिए फिर 44 रन जोडे गए। टॉम कैंपबेल 25 रन बनाकर अराफात मिन्हास का शिकार बने। नौ रन बाद ओलिवर पीक(49) को अली रज़ा ने कैच आउट कराकर पाकिस्तान को मैच में पूरी तरह भारी कर दिया। 164 रन पर नौवां विकेट गिरा और अंतिम जोड़ी को जीत के लिए 16 रन बनाने थे, ऑस्ट्रेलिया के पुछल्ले बल्लेबाजों ने गजब का टेंपरामेंट दिखाया। किसी भी प्रकार की जल्दबाजी नहीं की। कोई गलत शॉट नहीं खेला और आखिरी ओवर की पहली गेंद पर विकेट के पीछे चौका लगाकर मैच खत्म किया। पाकिस्तान की तरफ से उबैद शाह, नवीद अहमद खान ने एक-एक सफालता, वहीं अराफात ने दो और अली रज़ा ने चार विकेट हासिल किए।œ
इससे पहले पाकिस्तान बैटिंग करते हुए 179 ही बना सका। टॉम स्ट्रैकर ने छह विकेट चटकाकर पाकिस्तान बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। सौमिल हुसैन(17), अजान अवैस(52) और अराफात मिन्हास के 52 रन के अलावा कोई और खिलाड़ी दहाई के अंक तक नहीं पहुंच पाया।
इस जीत के साथ ही ऑस्ट्रेलिया, भारत से एक बार फिर से आइसीसी के खिताबी मुकाबले में भिड़ने को तैयार है। फाइनल 11 फरवरी, रविवार को खेला जाना है।