नितेश दूबे
इंडिया चैम्पियंस ने ऑस्ट्रेलिया चैम्पियंस को 86 रन से हराकर न सिर्फ लीग मुक़ाबले में अपनी हार का हिसाब चुकता किया बल्कि वर्ल्ड चैम्पियंस लीग के फाइनल में भी जगह बना लिया। अब फाइनल में खेल प्रेमियों को भारत-पाकिस्तान का एक और मैच देखने को मिल सकता है।
पहले बल्लेबाज़ी का न्योता पाने के बाद इंडिया चैम्पियंस ने 6 विकेट पर 254 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया के लिए मज़बूत चुनौती रखी। इंडिया चैम्पियंस के सबसे बेहतरीन ओपनर रोबिन उथप्पा ने 65 रनों की ओपनिंग पारी खेली। उन्होंने 4 छक्के और 6 चौके लगाए। अम्बती रायडू और सुरेश रैना को पविलियन जल्दी लौटना पड़ा पर युवराज सिंह और उथप्पा की जोड़ी ने इंडिया चैम्पियंस को मैच में बनाए रखा। अंत में पठान ब्रदर्स की जोड़ी ने ऑस्ट्रेलिया चैम्पियंस के होश उड़ा दिए। यूसुफ़ पठान ने 23 गेंदों में 51 रनों की नाबाद पारी खेली वहीं दूसरी तरफ़ इरफ़ान पठान ने चैम्पियंस लीग का सबसे तेज़ अर्धशतक बनाया। इरफ़ान पठान ने सिर्फ़ 19 गेंदों में 50 रन की पारी खेल कर इंडिया चैम्पियंस के स्कोर को 254 पर पहुंच दिया। इंडिया चैम्पियंस की ओर से कुल 18 छक्के लगाए गए।
लीग में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ ब्रेट ली इस मैच में सबसे महंगे साबित हुए। उन्होंने ने 4 ओवर में 60 रन खाये और उन्हें एक भी विकेट हासिल नहीं हुआ। ऑस्ट्रेलिया चैम्पियंस की तरफ़ से पीटर सिडल धमकेदार गेंदबाज़ साबित हुए जिन्होंने इंडिया चैम्पियंस के 4 विकेट चटकाये और मैच में ऑस्ट्रेलिया को बनाए रखा। ऑस्ट्रेलिया चैम्पियंस की तरफ़ से कोई भी बल्लेबाज़ बड़ी पारी नहीं खेल सका। शॉन मार्श और आरोन फिंच की ओपनिंग जोड़ी धवल कुलकर्णी और पवन नेगी के सामने धरशायी हो गई। ऑस्ट्रेलिया चैम्पियंस की ओर से टिम पेन ने सबसे ज़्यादा 40 रनों की पारी खेली लेकिन वो भी ऑस्ट्रेलिया को फाइनल तक ले जाने में नाकामयाब रहे। इंडिया चैम्पियंस की तरफ़ से धवल कुलकर्णी और पवन नेगी ने 2-2 विकेट चटकाए। हरभजन सिंह, इरफ़ान पठान और राहुल शुक्ला के खाते में 1-1 विकेट आए। इसी के साथ इंडिया चैम्पियंस ने ऑस्ट्रेलिया चैम्पियंस को महज़ 168 रनों पर रोक दिया और 86 रनों से मैच जीत कर वर्ल्ड चैम्पियंस लीग के फाइनल मुक़ाबले में पहुंच गई।