कांत शर्मा
तेज गेंदबाजों के खिलाफ आक्रामक और खुलकर खेलने वाले ऋषभ पंत ऑस्ट्रेलिया में एक बार फिर क़हर बरपा सकते हैं। पिछले दौरे में कंगारुओं का उनके घर में गुरूर तोड़ने में इस भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज ने अहम भूमिका निभाई थी। पंत ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खूब रन बनाते हैं। लाल गेंद के क्रिकेट में करियर की सबसे बड़ी 159 रनों की नाबाद पारी कंगारुओं के खिलाफ उसी के घर पर खेली थी। गाबा की 89 रनों की नाबाद पारी की गूंज अब तक कंगारुओं को भूली नहीं होगी। उनकी इस पारी से भारत ने 328 रन का विशाल लक्ष्य सात विकेट खोकर हासिल कर लिया था।
विराट कोहली का प्रदर्शन ऑस्ट्रेलिया में भारत की सफलता का एक प्रमुख कारण रहा है। हाल के समय में उनकी टेस्ट फॉर्म ख़राब दौर से गुजर रही है लेकिन डाउन अंडर में कोहली का रिकॉर्ड उन्हें एक बार फिर से चमकने का मौका देगा। विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया में अब तक कुल 13 टेस्ट खेले हैं जिनमें उन्होंने 54.08 की औसत से 1,352 रन बनाए हैं। इसमें छह शतक और चार अर्धशतक शामिल हैं। उनकी सबसे पसंदीदा जगह एडिलेड ओवल रही है। जहां उन्होंने चार टेस्ट में 63.62 की औसत से 509 रन बनाए हैं। वही गाबा उनका सबसे मुश्किल मैदान रहा है। जहां उन्होंने एक टेस्ट में केवल 20 रन बनाए हैं। ऑस्ट्रेलिया में कोहली ने कई यादगार पारियां खेली हैं। जिनमें 2014-15 की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का एडिलेड टेस्ट सबसे खास है। इस मैच में उन्होंने 115 और 141 रन की पारी खेली थी। मेलबर्न में उसी सीरीज में 169 रन और 2018-19 में पर्थ टेस्ट में 123 रन की शानदार पारी ने विराट के कद को और बढ़ाया। यह सीरीज ऑस्ट्रेलिया में उनके करियर की आखिरी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हो सकती है और कोहली इसे यादगार बनाना चाहेंगे। कई मायनों में यह सीरीज कोहली के लिए खास है। अगर वह इस मौके को भुनाते हैं। तो उनका नाम ऑस्ट्रेलिया में सफल भारतीय बल्लेबाजों की सूची में हमेशा के लिए दर्ज हो जाएगा। जसप्रीत बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज़ों में अपना खौफ पैदा किया है।
बुमराह ने पिछले दो टेस्ट दौरों पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 32 विकेट लिए थे। इसमें 2018 के बॉक्सिंग डे टेस्ट में लिए छह विकेट शामिल हैं। बुमराह का गेंदबाजी एक्शन पारंपरिक नहीं है। उनका एक्शन और गेंद छोड़ने का तरीका अलग है जिससे गेंद को वह जल्दी रिलीज़ करते हैं जिससे बल्लेबाज़ को उनकी गेंद को पढ़ पाना मुश्किल हो जाता है। ऑस्ट्रेलिया के लिए बुमराह को खेल पाना और विराट ऋषभ पंत को रोक पाना एक बड़ी चुनौती होगा। ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ विराट कोहली, ऋषभ पंत और जसप्रीत बुमराह ट्रम्प कार्ड साबित हो सकते हैं।