– Sourabh Arora
क्रिकेट में एक काफी पुरानी कहावत है “Catches Win Matches” जिसका मतलब है कि कैच ही मैच जिताते हैं। कई बार किसी खिलाड़ी से आसान कैच भी छूट जाता है जिसका खमियाजा पूरी टीम को उठाना पड़ता है। इसका एक उदाहरण आज हम आपके साथ शेयर करने वाले हैं। आज ही के दिन (13 जून) 1999 वर्ल्ड कप में एक टीम को न सिर्फ हार का सामना करना पड़ा बल्कि वर्ल्ड कप से भी बाहर होना पड़ा था।
हम बात कर रहे हैं 1999 वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए लीग मैच की जहां दक्षिण अफ्रीका टीम के बेहतरीन फील्डरों में से एक हर्शेल गिब्स से ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव वॉ का आसान सा कैच छूट गया था जिसका खमियाजा इस टीम तो भुगतना पड़ा। एक वक्त पर जहां अफ्रीकी टीम यह मुकाबला जीत रही थी, वहीं इस कैच के बाद कहानी बिल्कुल पलट गई।
272 रनों के बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने महज़ 48 रनों पर अपने तीन विकेट गंवा दिए थे। ऐसे मुश्किल वक्त में बल्लेबाजी के लिए उतरे स्टीव वॉ शुरू में ही एक आसान सा कैच मिडविकेट पर हर्शेल गिब्स के हाथों में दे बैठे थे। गौरतलब है कि गिब्स इस कैच को पूरी तरह पकड़ने से पहले ही गेंद हवा में उछालते हुए जश्न मनाने लगे जिसके चलते गेंद उनके हाथों से फिसली और कैच छूट गया।
इसके बाद स्टीव वॉ ने 120 रनों की शतकीय पारी खेली और अपनी टीम को हारा हुआ मैच जिता दिया। इस जीत का फायदा ऑस्ट्रेलिया को सेमीफाइनल मैच में मिला जहां यह दोनों टीमें एक बार फिर आमने-सामने थीं। इस बार दक्षिण अफ्रीका को 214 रनों का लक्ष्य मिला था।
जहां अफ्रीकी टीम का स्कोर ऑस्ट्रेलिया टीम के बराबर 213 ही रहा, जिसके चलते मैच का परिणाम टाई रहा लेकिन इसके बावजूद ऑस्ट्रेलिया बेहतर नेट रन रेट की वजह से फाइनल में पहुंच गई जबकि ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के 6-6 अंक थे लेकिन ऑस्ट्रेलिया की नेट रन रेट अफ्रीका से बेहतर थी इसलिए उन्हें सीधे फाइनल का टिकट मिल गया था। वहीं अगर हर्शल गिब्स ने लीग मैच के दौरान स्टीव वॉ का वह कैच पकड़ लिया होता तो इस वर्ल्ड कप में दक्षिण अफ्रीका के लिए अलग ही कहानी हो सकती थी।