रांची टेस्ट से पहले भारत और इंग्लैंड खेमे में ये हलचल है कि आखिरकार यहां की पिच कैसी है। चौथे टेस्ट मैच के पहले पिच की जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनसे साफ पता चलता है कि विकेट में काफी दरारें हैं। स्पिनरों को खेल में काफी मदद मिलेगी। इस मैच में पहले बल्लेबाजी करके ताजा विकेट का फायदा उठाने का सबसे अच्छा तरीका हो सकता है क्योंकि चौथी पारी में पीछा करना बेहद कठिन हो जाएगा। भारत के बैटिंग कोच विक्रम राठौर ने मैच से पहला पूरी तरह तो नहीं पर ये जरूर हिंट दिया है कि यहां चार स्पिनर भी खेल सकते हैं। यहां कुल दो टेस्ट मैच खेले गए हैं। एक बार टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए जीती है तो एक मुकाबला ड्रॉ रहा है। पहली पारी का औसत स्कोर 474 है। दूसरी पारी का 382 और तीसरी पारी का औसत स्कोर 168 रन है।
इस मैदान में पहला टेस्ट मैच भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2017 में हुआ था। पहले बल्लेबाजी करते हुए स्मिथ और मैक्सवेल की सेंचुरी के बाद टीम ने 451 रन बनाए थे। भारत की तरफ से पुजारा ने डबल सेंचुरी जड़ी थी और टीम ने 210 ओवर में 603 रन बनाए थे। रवींद्र जडेजा ने मैच में नौ विकेट झटके थे। मुकाबला पांच दिन तक चला और ड्रॉ हुआ। दूसरा मैच यहां 2019 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला गया। रोहित शर्मा ने डबल सेंचुरी और रहाणे ने सेंचुरी जड़ी थी। जबाब में साउथ अफ्रीका की पहली पारी 162 और दूसरी पारी 133 रन ऑल आउट हुई थी। भारत पारी और 202 रन के बड़े अंतर से मुकाबला जीती थी। मोहम्मद शमी और उमेश यादव को मैच में पांच-पांच विकेट हासिल हुए थे।