आयुषी सिंह
भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को 2024 का आईसीसी मेन्स टेस्ट क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुना गया है। यह पुरस्कार उन्हें 2024 में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए मिला जिसमें उन्होंने 13 टेस्ट मैचों में 357 ओवर गेंदबाजी करते हुए 71 विकेट लिए। बुमराह का औसत इस दौरान केवल 14.92 रहा। इस प्रदर्शन के साथ ही वह भारत के चौथे गेंदबाज बने जिन्होंने एक कैलेंडर वर्ष में 70 से अधिक टेस्ट विकेट लिए। उनसे पहले इस उपलब्धि को हासिल करने वाले गेंदबाज थे रविचंद्रन अश्विन, अनिल कुम्बले और कपिल देव।
बुमराह ने साल 2024 की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ कैपटाउन में आठ विकेट लेकर की यह भारत की शानदार टेस्ट जीत का हिस्सा था। इसके बाद उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ भारत को 4-1 से जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इस सीरीज़ में उन्होंने 18 विकेट हासिल किए, जिसमें उनका सबसे यादगार प्रदर्शन विशाखापत्तनम में रहा, जहां उन्होंने मैच में कुल नौ विकेट झटके और भारत को सीरीज़ को बराबरी पर लाने में मदद की लेकिन बुमराह का सबसे शानदार प्रदर्शन बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में देखने को मिला, जहां उन्होंने पांच मैचों में 32 विकेट लेकर न केवल भारत को मजबूती दी, बल्कि वह इस सीरीज़ के प्लेयर ऑफ़ द सीरीज़ भी बने। इस दौरान उन्होंने 13.06 के औसत और 28.37 के स्ट्राइक रेट से विकेट लिए।
इसी सीरीज़ में बुमराह ने 200 टेस्ट विकेट का आंकड़ा भी पार किया। ऑस्ट्रेलिया दौरे में बुमराह का एक और शानदार प्रदर्शन पर्थ टेस्ट में आया, जहां उन्होंने आठ विकेट झटके थे जिनमें से पहले पारी में पांच विकेट शामिल थे। उनकी यह शानदार गेंदबाजी भारत को 295 रनों से जीत दिलाने में सफल रही।
इस सीरीज़ में टीम उन पर इतनी निर्भर थी कि उन्होंने भारत की ओर से सबसे अधिक करीब 150 ओवर गेंदबाज़ी की, जिसकी वजह से उनकी कमर में सूजन आ गई। फिलहाल उन्हें पूरी तरह बेड रेस्ट और फिर रीहैब की सलाह दी गई है।
बुमराह नई और पुरानी गेंद से शानदार गेंदबाज़ी के लिए जाने जाते हैं। नई गेंद से जहां वह दोनों ओर स्विंग कराने के साथ ही सीम मूवमेंट का भी ख्याल रखते हैं। इस दौरान लेंग्थ में बदलाव करके बल्लेबाज़ों को परेशान करते हैं। वहीं पुरानी गेंद से वह ऑफ कटर और रिवर्स स्विंग का इस्तेमाल करते हैं। उनकी यह उपलब्धि भारतीय क्रिकेट के लिए गर्व की बात हैं।