बेशक पृथ्वी शॉ ने इस साल अगस्त में डरहम के खिलाफ सेंचुरी और समरसेट के खिलाफ डबल सेंचुरी बनाई लेकिन उन्हें रणजी ट्रॉफी के अगले सीज़न के लिए मुम्बई टीम में जगह नहीं मिली है। ऐसे में सवाल उठना लाज़िमी है कि क्या वह परफार्मेंस की वजह से बाहर हुए हैं या उनके साथ फिटनेस का कोई मसला है। आजिंक्य रहाणे इस टीम के कप्तान हैं।
मुम्बई की टीम हाल में घरेलू क्रिकेट में रसातल में आ गई है। पिछले सीजन में यह टीम अपने वर्ग में चौथे स्थान में रही थी और नॉकआउट में भी नहीं पहुंच पाई थी। इस बार उसका पहला मैच पांच जनवरी को बिहार के खिलाप है। इसके बाद उसे आंध्र प्रदेश से 12 जनवरी से अपना दूसरा मुक़ाबला खेलना है।
पृथ्वी शॉ इंग्लिश काउंटी में नार्देम्पनशर के लिए खेलते हैं। हालांकि डरहम के खिलाफ मैच के दौरान उन्हें घुटने में इंजरी हो गई थी। उन्हें तीन महीने के लिए आराम दिया गया है। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन इस पूरे मामले पर चुप्पी साधे हुए है। उन्होंने मुंबई की ओर से 44 रणजी मैचों में 12 शतकों के साथ 3802 रन बनाए हैं।
23 वर्षीय लेफ्ट आर्म स्पिनर अथर्व अंकोलेकर पहली बार टीम में शामिल हुए है। तीन साल पहले अथर्व भारत की अंडर-19 टीम में शामिल हुए थे। रविवार को उन्होंने पुलिस शील्ड फाइनल में न्यू हिंद स्पोर्टिंग क्लब के खिलाफ विक्ट्री क्रिकेट क्लब की ओर से खेलते हुए 70 रन बनाए और 5 विकेट लेकर ऑलराउंड प्रदर्शन भी किया।
पृथ्वी शॉ के अलावा यशस्वी जायसवाल और सूर्यकुमार यादव भी टीम में नहीं है। वजह साफ है क्योंकि दोनों इन दिनों साउथ अफ्रीका के खिलाफ सीरीज़ में व्यस्त हैं।
मुम्बई को भारतीय क्रिकेट की नर्सरी कहा जाता है। यह टीम पिछले सात साल से रणजी खिताब नहीं जीत पाई है। इस टीम के नाम सबसे अधिक 39 बार रणजी ट्रॉफी जीतने का रिकॉर्ड है। कर्नाटक ने आठ बार यह खिताब जीता है।
पहले दो मैचों के लिए मुंबई टीम इस प्रकार है – आजिंक्य रहाणे (कप्तान), जय बिस्टा, भूपेन लालवानी, हार्दिक तमोरे, सरफराज खान, शिवम दूबे, सुवेद पारकर, प्रसाद पवार, शम्स मुलानी, तनुष कोटियन, तुषार देशपांडे, मोहित अवस्थी, धवल कुलकर्णी, रॉयस्टन डायस और अथर्व अंकोलेकर।