कहते हैं कि प्यार और युद्ध में सब जायज़ है। यहां क्रिकेट के मंच पर हम बात प्यार की तो नहीं करेंगे बल्कि क्रिकेट के मैदान को युद्ध का मैदान ज़रूर कह सकते हैं और वह भी तब जबकि आईसीसी वर्ल्ड कप का आयोजन हो। ऐसी स्थिति में कोई भी टीमें आखिरी क्षणों में भी अपने सपोर्ट स्टाफ में किसी न किसी को जोड़ती रहती हैं, जिससे उनका यह कदम कारगर साबित हो।
अब न्यूज़ीलैंड की टीम ने खासकर रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव और शार्दुल ठाकुर का तोड़ ढूंढ लिया है। ये तीनों आईसीसी वर्ल्ड कप में भी टीम इंडिया का हिस्सा रहने वाले हैं। ये तीनों खिलाड़ी मुम्बई के हैं और इन सबके साथ सौरभ बाकर ने काम किया है। दरअसल सौरभ मुम्बई टीम के साथ बतौर परफॉर्मेंस एनेलेसिस्ट तकरीबन आठ साल जुड़े रहे। उनके कार्यकाल के दौरान ही 2015-16 के सीज़न में मुम्बई ने रणजी ट्रॉफी का खिताब जीता था।
अब न्यूज़ीलैंड को सौरभ वॉकर के रूप में भारत में घर का भेदी मिल गया है, जो न सिर्फ रोहित शर्मा, सूर्यकुमार यादव और शार्दुल ठाकुर के कमज़ोर पक्षों के बारे में न्यूज़ीलैंड टीम को जानकारी देगा, बल्कि भारत में किस मैदान पर विकेट की नेचर कैसी रहती है, इसकी भी जानकारी देगा। उनका काम मूल रूप से न्यूजैलैंड टीम के कोच गैर स्टीड को मदद करना है। इस बारे में सौरभ ने कहा कि उन्हें अलग अलग तरह के चैलैंज पसंद हैं। न्यूजीलैंड टीम को अब हर सम्भव मदद करना उनकी ज़िम्मेदारी है। कोच गैरी स्टीड जैसा कहेंगे, वह काम मुझे करना है। उन्हें उम्मीद है कि न्यूजूलैंड टीम उनसे यहां की पिचों के बारे में फीडबैक लेगी। वैसे न्यूज़ीलैंड की टीम में मिचेल सैंटनर और ईश सोढी के रूप में दो आला दर्जे के स्पिनर हैं। वे भारतीय पिचों पर शानदार प्रदर्शन कर सकते हैं।
न्यूज़ीलैंड को जल्द ही इंग्लैंड से एक टी-20 सीरीज़ खेलनी है। 30 अगस्त से शुरू होने वाली इस सीरीज़ के साथ ही सौरभ न्यूजीलैंड टीम के साथ जुड़ जाएंगे। इसके बाद आईसीसी वर्ल्ड कप उनका बड़ा इम्तिहान होगा, जब न्यूजीलैंड टीम के सभी आयोजन स्थलों का पूरा आकलन करना सौरभ वॉकर का बड़ा काम होगा। वह टीम मैनेजमेंट के रणनीति का एक हिस्सा होंगे।
इससे पहले सौरभ वॉकर द हंडर्ड लीग में जोस बटलर की अगुवाई वाली मैनचेस्टर ओरिजनल्स टीम के साथ जुड़े रहे। आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के साथ उन्होंने काम किया। 2021 के टी-20 वर्ल्ड कप में वह अफगानिस्तान की टीम के साथ जुड़े हुए थे।