गिल और श्रेयस का बार-बार सस्ते में आउट होना बढ़ा रहा है टीम इंडिया की परेशानी

Date:

Share post:

 

 

शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर ने टीम इंडिया की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। दोनों पिछली 11 पारियों से आउट ऑफ फॉर्म हैं। केएल राहुल और रवींद्र जडेजा इंजरी की वजह से दो फरवरी से शुरू होने वाले टेस्ट से बाहर हो गए हैं। ऊपर से इंग्लैंड के स्पिनरों का हमारे स्पिनरों से बेहतर गेंदबाज़ी करना और ओली पोप का वन मैन आर्मी बनना पहले टेस्ट में दोनों टीमों के बीच का बड़ा अंतर साबित हुआ है।

शुभमन गिल और श्रेयस पिछली 11 पारयों में एक भी हाफ सेचुरी नहीं बना पाए हैं। गिल का इस दौरान सर्वाधिक स्कोर 36 है जबकि श्रेयस अय्यर का 35 रन। गिल को खासकर अंदर आती गेंदें खासा परेशान कर रही हैं। उन्हें बोलैंड, येनसेन, रबाडा और हार्टले ने पिछले दिनों बोल्ड किया जबकि छह बार वह कैच आउट हुए जिसमें दो बार वह विकेट के पीछे लपके गए। इस दौरान वह स्पिनर की फ्लाइट से भी परेशान हुए और दो बार हताशा में मिडविकेट पर अक्रॉस द लाइन भी खेल गए। रोसेऊ में वेस्टइंडीज़ के लेफ्ट आर्म स्पिनर वारिकन की फ्लाइटेड गेंद पर वह फॉरवर्ड डिफेंसिव शॉट खेलते हुए आउट हुए तो वहीं हार्टले ने हैदराबाद में उन्हें अपनी फ्लाइट पर सिली पॉइंट पर कैच कराया। जिन दो मौकों पर गिल विकेट के पीछे लपके गए, उसमें खासकर ऑफ पर चौथे स्टम्प की गेंद को वह या तो शरीर से दूर खेल बैठते हैं तो वहीं ज़्यादा अक्रॉस खेलना आदत में शुमार हो गया है। वनडे और टी-20 में बढ़िया प्रदर्शन इसकी एक वजह हो सकता है। वहां गैर-परम्परागत शॉट खेलने की उनकी आदत उन्हें खासकर टेस्ट क्रिकेट में खासा परेशान कर रही है।

वहीं श्रेयस अय्यर पिछली कुछ पारियों में तीन बार बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ों, दो-दो बार ऑफ स्पिनर और लेफ्ट आर्म स्पिनर, एक बार लेगब्रेक और एक बार दाएं हाथ के सीमर के हाथों आउट हुए। गनीमत है कि इस दौरान वह शॉर्टपिच गेंदों पर आउट नहीं हुए लेकिन ज्यादातर तेज़ गेंदबाज़ों की फुलर लेंग्थ पर और स्पिनरों के सामने मनमाने शॉट्स खेलते हुए आउट हुए। कभी कट करने से तो कभी फ्लिक करने से चूके। कभी डिफेंड करने गए तो कभी स्लॉग स्वीप में बड़ा शॉट खेलते हुए आउट हुए। ज़ाहिर है कि स्पिनरों को वह बड़े शॉट्स खेलने का मन पहले ही बना लेते हैं। यही उनके लिए परेशानी का बड़ा कारण है। कई-कई बार गति परिवर्तन पर भी वह चूक जाते हैं क्योंकि शॉट के लिए जल्दी कमिट होना उनकी बड़ी परेशानी बनती जा रही है। उन्हें टीम मैनेजमेंट ने ज़्यादा से ज़्यादा स्वीप और रिवर्स स्वीप शॉट्स का अभ्यास करने की सलाह दी है

वैसे शुभमन गिल भी ओली पोप जैसे गैर-परम्परागत शॉट्स सहजता के साथ लगा सकते हैं क्योंकि उनका नैचुरल गेम ही फ्रंट फुट का है। उन्हें अगर सौ से ज़्यादा टेस्ट खेलने वाले पुजारा पर अहमियत दी जा रही है तो उन्हें भी अब तकनीक के बजाय ज़्यादा प्रैक्टिकल होकर स्कोर बनाने पर केंद्रित होना होगा और उन ग़लतियों से सबक सीखना होगा, जो वह पिछली कुछ पारियों में लगातार की हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Related articles

एडिलेड में विराट कोहली के पास होगा इन दो दिग्गजों का रिकॉर्ड तोड़ने का मौका 

  आर्यन कपूर भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली पर्थ में एक अलग माइंडसेट से मैदान पर उतरे थे। पर्थ...

मोहम्मद शमी की फिटनेस पर सेलेक्टर्स की पैनी नज़र, टीम इंडिया में शामिल होने पर अटकलें 

  आर्यन कपूर मोहम्मद शमी लंबे समय से भारतीय टीम से इंजरी के कारण बाहर हैं। साल 2023 में एंकल...

WTC के फाइनल के इन तीन टीमों के बीच रेस, इंग्लैंड ने बदला समीकरण 

  आर्यन कपूर 2025 में लॉर्ड्स के मैदान पर वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप का फाइनल कौन खेलेगा इस पर सस्पेंस बरकरार...

पूर्व सेलेक्टर का रोहित शर्मा को बड़ा सुझाव, कहा नंबर-6 पर कर सकते हैं बल्लेबाजी

  आर्यन कपूर भारत के पूर्व सिलेक्टर देवांग गांधी ने कप्तान रोहित शर्मा को बड़ा सुझाव दिया दिया है। उन्होंने...