आयुषी सिंह
आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 में न चुने जाने के बाद अब मोहम्मद सिराज घरेलू क्रिकेट में किस्मत आजमाएंगे जिससे खासकर पुरानी गेंद से शानदार गेंदबाज़ी कर सकें। यही परेशानी उन्हें बोर्डर-गावसकर ट्रॉफी में आई थी। अब वह रणजी ट्रॉफी में अपनी घरेलू टीम हैदराबाद के लिए खेलते नजर आएंगे।
हालांकि सिराज ने यह साफ कर दिया है कि वह टूर्नामेंट के शुरुआती मैचो में नही खेलेंगे वह केवल अंतिम मैचों में खेलेंगे। इसके पीछे की वजह उनका वर्कलोड मैनेजमेंट है। चयनकर्ताओं ने यह निर्णय सिराज की फिटनेस और लंबे समय तक उनकी उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए लिया।
मोहम्मद सिराज ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करके भारतीय टीम में जगह बनाई थी। उनकी तेज गति और सटीक यॉर्कर उन्हें एक खास गेंदबाज बनाती है। रणजी ट्रॉफी में उन्होंने अब तक कई बार अपनी टीम के लिए अहम योगदान दिया है।
हैदराबाद के इस तेज गेंदबाज की आईसीसी रैंकिंग आठ है। 2023 से अब तक उन्होंने 47 विकेट लिए है, जिसमें वर्ल्ड कप के 14 विकेट शामिल हैं। मोहम्मद सिराज के रणजी ट्रॉफी में खेलने से टीम हैदराबाद को बड़ा फायदा मिलेगा और उनके अनुभव और कौशल से टीम को मजबूती मिलेगी।
चैम्पियंस ट्रॉफी टीम में उन्हें न शामिल करने पर कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि सिराज को इसलिए बाहर रखा गया क्योंकि वह केवल नई गेंद से ही प्रभावी थे। इसलिए जसप्रीत बुमराह की फिटनेस पर संदेह को देखते हुए भारत ने अर्शदीप सिंह को चुना। रोहित ने कहा कि हम ऐसी टीम चुनना चाहते थे जिसमें हमारे पास दोनों ऑप्शन हों। कोई नई गेंद से गेंदबाजी करने वाला और दूसरा डेथ ओवरों में सटीक गेंदबाजी करने वाला अनुभवी गेंदबाज़। जसप्रीत बुमराह भारतीय टीम के एक तेज गेंदबाज हैं, जो नई गेंद और डेथ ओवरों दोनों में बेहतरीन गेंदबाजी करते हैं। उनकी फिटनेस को लेकर स्थिति साफ न होने के कारण हम चाहते थे कि अर्शदीप आएं और डेथ ओवरों की गेंदबाजी करे।