जहां धोनी के छक्के से भारत वर्ल्ड चैम्पियन बना, उस स्टेडियम के पूरे हुए 50 साल

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हिमांक द्वीवेदी

मुम्बई के वानखेड़े स्टेडियम में 19 जनवरी, 1975 को पहली बार कोई टेस्ट
मैच खेला गया था।भारत तब वेस्टइंडीज़ से वह टेस्ट जीत तो नहीं पाया था
लेकिन मुम्बई क्रिकेट के इतिहास में एक अहम पन्ना ज़रूर जुड़ गया था। उस
घटना के अब 50 साल पूरे हो गए हैं। मुंबई के इस ऐतिहासिक स्टेडियम का
निर्माण भारतीय क्रिकेट में बढ़ते रोमांच और एक विशेष स्टेडियम की जरूरत
को पूरा करने के लिए किया गया था। इसने कई ऐतिहासिक क्षणों को देखा है,
जिसमें विश्व कप की जीत से लेकर महान खिलाड़ियों के विदाई मैच तक शामिल
हैं।
क्यों ज़रूरत पड़ी ?
जहां धोनी के छक्के से भारत वर्ल्ड चैम्पियन बना, उस स्टेडियम के पूरे हुए 50 साल
जहां धोनी के छक्के से भारत वर्ल्ड चैम्पियन बना, उस स्टेडियम के पूरे हुए 50 साल
महाराष्ट्र विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष शेषराव वानखेड़े ने ब्रेबोर्न
स्टेडियम में अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए अतिरिक्त पास क्लब के सदस्यों
के लिए मांगे थे, जिसे ब्रेबोर्न स्टेडियम के अध्यक्ष विजय मर्चेंट ने
खारिज कर दिया। महाराष्ट्र सरकार ने वहां नुमाइशी मैच के लिए आवेदन किया,
इसे भी खारिज कर दिया गया। इन सब बातों से परेशान होकर मुम्बई क्रिकेट
एसोसिएशन ने सरकार से ज़मीन ली और वहां वानखेड़े स्टेडियम बना डाला, जहां
आज बीसीसीआई का मुख्यालय है।
वानखेड़े स्टेडियम की शुरुआत
वानखेड़े स्टेडियम की शुरुआत
वानखेड़े स्टेडियम की शुरुआत
वानखेड़े स्टेडियम का निर्माण 1974 में मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन ने पूरा
किया। इससे पहले मुंबई में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच ब्रेबोर्न स्टेडियम
में खेले जाते थे। हालांकि एमसीए और क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया के बीच विवाद
के कारण एमसीए ने एक नए स्टेडियम बनाने की योजना बनाई। इस स्टेडियम का
नाम तत्कालीन मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव एस.के. वानखेड़े के नाम पर
रखा गया।
घरेलू मैदान पर पहला अंतरराष्ट्रीय मैच
घरेलू मैदान पर पहला अंतरराष्ट्रीय मैच
घरेलू मैदान पर पहला अंतरराष्ट्रीय मैच
वानखेड़े स्टेडियम में 19 से 23 जनवरी 1975 को भारत और वेस्टइंडीज के बीच
टेस्ट मैच आयोजित किया गया था। वेस्टइंडीज ने इस मैच में पहली पारी में
604 रन बनाए, जिसमें क्लाइव लॉयड ने शानदार 242 रनों की पारी खेली।
भारतीय टीम पहली पारी में सिर्फ 190 रन पर सिमट गई और फॉलोऑन खेलने के
बाद उसे हार का सामना करना पड़ा। स्टेडियम को इस तरह डिज़ाइन किया गया है
कि दर्शक मैदान से जुड़े हुए महसूस करें। इसके दोबारा से किए निर्माण के
दौरान आधुनिक तकनीकों का उपयोग किया गया, जिससे खिलाड़ियों और दर्शकों के
अनुभव को बेहतर बनाया गया।
वानखेड़े स्टेडियम आईपीएल टीम मुंबई इंडियंस का घरेलू मैदान है। इस मैदान
पर मुंबई इंडियंस ने कई यादगार मुकाबले जीते हैं। रोहित शर्मा की कप्तानी
में टीम ने यहां अपनी कई ट्रॉफियां उठाई हैं। वानखेड़े स्टेडियम की
क्षमता शुरू में लगभग 45 हज़ार थी। हालांकि, 2011 के विश्व कप से पहले
इसमें बदलाव किया गया और अब इसमें लगभग 33,100 दर्शक बैठ सकते हैं।
स्टेडियम की पिच बल्लेबाजों और स्पिनरों दोनों के लिए अनुकूल मानी जाती
है। यही कारण है कि इस स्टेडियम ने कई शानदार पारियां और गेंदबाजी
प्रदर्शन देखे हैं।

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