आशीष मिश्रा
भारतीय टीम ने तीसरे दिन मैच पर अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। इसका श्रेय ध्रुव जुरेल और आर अश्विन- कुलदीप यादव की जोड़ी को जाता है जिन्होंने मिलकर कुल नौ विकेट झटके। दिन का खेल खत्म होने तक भारतीय टीम ने बिना किसी नुकसान के 40 रन बना लिए हैं और अब टीम को जीत के लिए 152 रनों की जरूरत है।
भारत ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने पर सात विकेट पर 219 रन बना लिए थे और तीसरे दिन की जिम्मेदारी अब जुरेल के कंधों पर थी तो कुलदीप को उनका साथ देना था। दोनों ने आठवें विकेट के लिए 202 गेंद में 76 रन की साझेदारी की टीम की स्थिति को सुधारा। कुलदीप जब आउट हुए तो वह तब अपने टेस्ट करियर में एक पारी में सबसे अधिक 131 गेंद खेल चुके थे। लंच से एक ओवर पहले जुरेल अपनी पहली सेंचुरी से सिर्फ 10 रन दूर थे जब वह आउट हो गए लेकिन भारत 307 रन बनाए इंग्लैंड के स्कोर के बेहद क़रीब पहुंच चुका था। इंग्लैंड की ओर से शोएब बशीर ने अपने फर्स्ट-क्लास करियर में पहली बार पारी में पांच विकेट हासिल किए।
इंग्लैंड की दूसरी पारी की शुरुआत खराब रही। भारत ने स्पिनरों के साथ पारी की शुरुआत की और रोहित शर्मा की यह चाल काम कर गई जब अश्विन ने बेन डकेट (15) को शॉर्ट लेग पर कैच करा दिया। इससे अगली ही गेंद पर उन्होंने ओली पोप को भी जीरो पर एलबीडब्ल्यू कर दिया। इंग्लैंड 19 रनों पर दो विकेट गंवा चुका था। इसके बाद अश्विन ने जो रूट के रूप में एक बड़ा विकेट दिलाया जो ओवर पिच गेंद को फ्लिक करने के प्रयास में एलबीडब्ल्यू हो गए। दूसरी ओर से कुलदीप यादव ने आते ही ज़ैक क्रॉली (60) को बोल्ड कर दिया जो तेज़ी से रन बनाते नज़र आ रहे थे। इंग्लैंड की पूरी टीम मात्र 145 रन पर पवेलियन पहुंच गई। आर अश्विन ने पांच और कुलदीप यादव ने चार विकेट झटक कर इंग्लिश बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी।
भारत के सामने दूसरी पारी में जीत के लिए 192 रनों का लक्ष्य था और अंतिम आधे घंटे का खेल बचा था। भारतीय ओपनरों ख़ासकर रोहित शर्मा ने तेज़ी से रन बनाए और दिन का खेल खत्म होने तक बिना किसी नुकसान 40 रन बना लिए हैं। भारत को अब जीत के लिए 152 रनों की ज़रूरत है और उम्मीद है कि भारत मैच के चौथे दिन इस लक्ष्य को हासिल कर भी लेगा।