आर्यन कपूर
अपने पहले क्रिकेट टेस्ट के मौके पर नीतीश रेड्डी ने अपनी शानदार पारी से सभी आलोचकों का मुंह बंद कर दिया। उनके डेब्यू को लेकर कई तरह के सवाल उठ रहे थे लेकिन उन्होंने सभी सवालों के जवाब अपनी बल्लेबाजी से दिया है। हालांकि उनका काम बतौर चौथे तेज गेंदबाज के रूप में कैसे रहेगा यह देखना अभी बाकी है।
नीतीश का आक्रामक अंदाज
नीतीश रेड्डी का टेस्ट में बेहतरीन डेब्यू हुआ। बल्ले से उन्होंने 59 गेंदों पर 41 रन बनाए। एक ओर अन्य बल्लेबाज पिच पर स्ट्रगल कर रहे थे तो दूसरी ओर नीतीश कुमार रेड्डी अलग लय में नजर आ रहे थे। उनकी पारी की बदौलत भारतीय टीम स्कोर बोर्ड पर 150 रन लगा पाई। इस पारी में नीतीश कुमार रेड्डी ने रिवर्स स्वीप और अपर कट जैसे शॉट लगाने से परहेज़ नहीं किया। उनकी बल्लेबाजी देख कर ऐसा लग रहा था जैसे उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की कंडीशन को बखूबी समझ लिया है। अपनी छोटी लेकिन इम्पैक्ट वाली पारी में उन्होंने छह चौके और एक छक्का जड़ा।
आलोचकों को मुंहतोड़ जवाब
नीतीश रेड्डी ने पर्थ की पिच पर जहां अन्य बल्लेबाज रनों के लिए तरस रहे थे, वहां उन्होंने खुलकर बल्लेबाजी की। माना जा रहा था कि नीतीश रेड्डी लिमिटेड ओवर्स क्रिकेट के खिलाड़ी हैं लेकिन उन्होंने सभी आलोचकों को अपनी बेहतरीन बल्लेबाजी से जवाब दे दिया। पूर्व भारतीय खिलाड़ी और कप्तान सुनील गावस्कर ने भी नीतीश रेड्डी के टीम में होने पर सवाल खड़ा किया था। नीतीश रेड्डी का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में औसत सिर्फ 21 का था। ऐसे में उनकी इस पारी ने भारत को एक सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचने में मदद की।
नीतीश रेड्डी के कंधों पर चौथे तेज गेंदबाज के तौर पर गेंदबाजी करने की जिम्मेदारी होगी। कुछ समय पहले तक यह जिम्मेदारी शार्दुल ठाकुर निभाया करते थे। अब यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि कप्तान जसप्रीत बुमराह उन्हें कैसे इस्तेमाल करते हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ने 23 मैचों में 56 विकेट हासिल किए हैं जिसमें दो फाइफर भी शामिल हैं।