आर्यन कपूर

पाकिस्तान चैम्पियंस ट्रॉफी को लेकर अपनी जिद पर अड़ा हुआ है। इसी बात को और आगे बढ़ाने का काम 28 नवम्बर को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चीफ मोहसीन नकवी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से किया जहां उन्होंने चैम्पियंस ट्रॉफी को लेकर पाकिस्तान के इरादों को साफ कर दिया है।

पाकिस्तान का अड़ियल रवैया       

पाकिस्तान में हालात बद से बदतर होते हुए नजर आ रहे हैं। एक तरफ पाकिस्तान की सड़कों पर पाकिस्तानी तहरीक ए इंसाफ के कार्यकर्ता सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं तो दूसरी ओर पाकिस्तान सरकार उन पर गोलियां चलवा रही है। कुल मिलाकर पाकिस्तान में हालात काफी खराब नजर आ रहे हैं। ऐसे में मोहसीन नकवी ने 28 नवम्बर की सुबह प्रेस कॉनफ्रेंस कर कहा कि पाकिस्तानी टीम कई टूर्नामेंट खेलने भारत जाती रही है इसलिए भारत को भी चैम्पियंस ट्रॉफी खेलने पाकिस्तान आना चाहिए। इसके अलावा मोहसीन नकवी ने कहा कि पाकिस्तान किसी भी सूरत में हाइब्रिड मॉडल के तहत खेलने के लिए नहीं मानेगा। पाकिस्तान की सरकार यह निर्णय लेगी कि आगे क्या करना है। पाकिस्तान अपने स्टैंड से नहीं हटेगा और हाइब्रिड मॉडल के लिए राज़ी नहीं होगा।

पाकिस्तान की बढ़ सकती हैं मुश्किलें  

पाकिस्तान के इस अड़ियल रवैये के कारण उसके गले पर मेजबानी छिनने की तलवार लटक रही है। अगर पाकिस्तान से होस्टिंग राइट्स छिन जाते हैं तो पीसीबी को करोड़ों का नुकसान होना तय है। ऐसे में पीसीबी के चीफ मोहसिन नकवी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में जो बातें कहीं उससे साफ है कि पाकिस्तान हाइब्रिड मॉडल के तहत चैम्पियंस ट्रॉफी कराने के लिए मानने नहीं वाला। इसके अलावा श्रीलंका बोर्ड ने अपनी A टीम को पाकिस्तान में खराब हालात को देखते हुए वापस बुला लिया था। आईसीसी 29 नवम्बर को चैम्पियंस ट्रॉफी के को लेकर अहम बैठक करने वाला है। माना जा रहा है कि इस बैठक में आईसीसी एक अंतिम फैसला लेगा।

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