भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरा वनडे भी गंवा दिया। भारत को 339 रन का विशाल लक्ष्य मिला था। भारतीय टीम 150 भी नहीं बना सकी। भारत कि शर्मनाक हार के साथ सीरीज खत्म हुआ। पहले मुकाबले में 282 रन बनाने के बाद भी ऑस्ट्रेलिया ने आसानी से चेज कर लिया। दूसरे मैच में हम 258 रनों का टारगेट चेज नहीं कर पाए। तीसरे मुकाबले में भारत को क्लीन स्वीप से बचना था लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने पहले बैटिंग करते हुए 338 रन बनाए तब भारतीय महिला टीम के लिए बहुत मुश्किल होने वाला था।
ऑस्ट्रेलिया ने निर्धारित 50 ओवर में 7 विकेट गंवाकर 328 रन बनाए। ऑस्ट्रेलिया के लिए लिए सर्वाधिक रन ओपनर फोएबे लिचफील्ड ने बनाए। उन्होंने 125 गेंदों में 16 चौकों और एक छक्के के जरिए 119 रन बनाए। कप्तान एलिसा हीली ने 85 गेंदों में 82 रन की पारी खेली। उन्होंने चार चौके और तीन छक्के ठोके। जवाब में भारतीय पारी 32.4 ओवर में 148 रन पर सिमट गई। भारत की छह खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा नहीं छू सकीं। स्मृति मंधाना ने 29 और जेमिमा रोड्रिग्स ने 25 रन का योगदान दिया। दीप्ति शर्मा 25 रन बनाकर नाबाद रहीं। कंगारू टीम के लिए जॉर्जिया वेयरहैम ने तीन जबकि मेगन शुट्ट, एनाबेल सदरलैंड और अलाना किंग ने दो-दो विकेट चटकाए।
भारतीय कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी टीम के प्रदर्शन पर निराशा जाहिर की। उन्होंने कहा, ‘वनडे सीरीज हमारे लिए अच्छी नहीं रही, हमने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया. कुछ प्लेयर्स ने अच्छा प्रदर्शन किया और हममें से कुछ को यह सोचने की जरूरत है कि हम कैसे बेहतर कर सकते हैं। जब हम लाल गेंद से खेल रहे होते हैं तो हमारे पास सोचने और उस पर अमल करने के लिए काफी समय होता है लेकिन सफेद गेंद के फॉर्मेट में ऐसा नहीं होता। हम काफी मेहनत कर रहे हैं, लेकिन अब हमें टी20 पर ध्यान केंद्रित करने और इस सीरीज से कुछ सकारात्मक बातें सीखने की जरूरत है।