~सुहानी गुप्ता
पूर्व विकेटकीपर दीप दासगुप्ता ने मंगलवार को रोहित शर्मा और विराट कोहली को अफगानिस्तान सीरीज के लिए भारत के टी 20 सेटअप में वापस लाने पर अपनी हैरानगी ज़ाहिर की है। उन्होंने कहा कि यह फैसला समझ से परे है। उनका मानना है कि यह समझदारी से भरा फैसला नहीं है।
दीपदास ने कहा कि रोहित शर्मा और विराट कोहली को T20 सेटअप में वापस लाना हैरानगीभरा फैसला है क्योंकि उन्हे लगता है कि इस समय में युवा खिलाड़ियों को मौका देना महत्वपूर्ण है जिससे वे अपने हुनर को विकसित कर
सकें।
इंग्लैंड के खिलाफ पिछले वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में टीम की हार के बाद से कोहली और रोहित ने भारत के लिए एक भी टी20 मैच नहीं खेला। उन्होंने कहा कि रोहित और विराट का चयन पुरानी स्थिति में वापस आने जैसा कदम है। इस स्थिति पर विचार करते हुए उन्हें लगता है कि अगर युवा खिलाड़ियों को मौका नहीं मिलेगा तो वह अपने करियर के लिए तैयार नहीं हो पाएंगे और उन्हें अधिक खेलने का अवसर भी नहीं मिलेगा। उनके अनुसार रोहित और कोहली अनुभवी और काबिल हैं लेकिन नई पीढ़ी को भी अवसर मिलना चाहिए। दीपदास ने कहा कि टीम को चुनते समय टी-20 वर्ल्ड कप की पिचों को भी ध्यान में रखना चाहिए था। उन्हें लगता है कि टीम के नेतृत्व में यह महत्वपूर्ण है कि युवा खिलाड़ियों को सपोर्ट और मौका मिले। इस समय टीम की युवा शक्ति को बढ़ावा देने का समय है और इस पर ध्यान देना चाहिए। शायद दीपदास कहना चाह रहे हैं कि इस समय कई युवा खिलाड़ी शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में उन्हें मौका दिए जाने का यह सही समय है। अगर ये दोनों खेलेंगे तो प्लेइंग इलेवन में दो युवा खिलाड़ियों को बाहर बैठना पड़ेगा।
यहां गौर करने वाली बात यह है कि विराट और रोहित पिछले टी-20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल के बाद से कोई मैच नहीं खेले हैं। ऐसे में यह देखना ज़रूरी होता है कि क्या ये दोनों टीम की योजना का हिस्सा हैं भी या नहीं।