प्राची कपरुवाण
देवदत्त पडिक्कल भारत के उभरते हुए खिलाड़ियों में से एक हैं जो भविष्य में भारत की कमान संभालते हुए दिख सकते हैं। उन्होंने इंग्लैंड लायंस के खिलाफ 83.33 के स्ट्राइक रेट के साथ 126 गेंदों पर 105 रन की शानदार पारी खेली जिसमें उन्होंने 17 चौके जड़े। वह घरेलू क्रिकेट में कर्नाटक की तरफ से खेलते हैं। उन्होंने 2018-19 रणजी ट्रॉफी में कर्नाटक के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपने घरेलू क्रिकेट की शुरुआत की। वह आईपीएल के इतिहास में पहले चार मैचों में तीन हाफ-सेंचुरी बनाने वाले पहले खिलाड़ी हैं।
पडिक्कल का क्रिकेट करियर
बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने टी20 में अपना पहला मैच कोलंबो में श्रीलंका के खिलाफ तीन साल पहले खेला मगर इस मैच में वह खास प्रदर्शन नहीं कर पाए। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 28 मैचों में उन्होंने 41.08 के औसत से 1849 रन
बनाए जिसमें उन्होंने 11 हाफ-सेंचुरी और चार सेंचुरी बनाई। घरेलू वनडे मैचों में 30 मैचों में 81.52 के औसत से 1875 रन बनाए जिसमें 11 हाफ-सेंचुरी और आठ सेंचुरी शामिल हैं।
आईपीएल में पडिक्क्ल की शुरुआत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलौर टीम की तरफ से हुई जहां उन्हें पहला मैच सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ खेलने को मिला। साल 2020 में उन्हें इमर्जिंग प्लेयर के अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। आरसीबी
के लिए उन्होंने अगले ही साल राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ शानदार सेंचुरी बनाई। वह इसके अलावा राजस्थान रॉयल्स से भी खेल चुके हैं। इस साल वह लखनऊ सुपरजाइंट्स की तरफ से खेलते नजर आएंगे।
अब पडिक्कल ने अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में दूसरे अनऑफिशियल टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करके उम्मीदें जगाई हैं। अगर वह इसी तरह सधी हुई पारियां खेलते रहे तो वह भविष्य में शिखर धवन की कमी पूरी कर सकते हैं क्योंकि वह भी शिखर की ही तरह बाएं हाथ के बल्लेबाज़ होने के अलावा ओपनिंग बल्लेबाज़ हैं। इस मैच में भारत का पलड़ा भारी है। उनके अलावा अभिमन्यु ईश्वरन और सरफराज़ खान ने भी शानदार प्रदर्शन किया।