आर्यन कपूर
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भारत के लिए सबसे बड़ा चैलेंज साबित होने वाली है। पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मैच में भारत किस प्लेइंग 11 के साथ उतरेगा, यह देखना काफी दिलचस्प होगा। शुभमन गिल का इंजरी के चलते उपलब्ध न होना और कई अन्य खिलाड़ियों की फॉर्म भारत के लिए चिंता का विषय बना हुआ है।
क्या होगी प्लेइंग 11?
पर्थ टेस्ट के लिए ओपनिंग समेत कई पोजीशन पर किस खिलाड़ी को मौका मिलेगा, इसपर सस्पेंस बना हुआ है। रोहित शर्मा अब तक निजी कारणों के चलते टीम के साथ नहीं जुड़ पाए हैं। इसके अलावा शुभमन गिल इंजरी के चलते पहला टेस्ट मैच मिस करेंगे। ऐसे में ओपनिंग की जिम्मेदारी यशस्वी जायसवाल के साथ केएल राहुल को मिल सकती है। नंबर-3 के लिए देवदत्त पडिक्कल और साई सुदर्शन में से किसी एक को टीम में शामिल किया जा सकता है। हालांकि दोनों खिलाड़ी भारतीय टीम का हिस्सा नहीं हैं लेकिन ये दोनों खिलाड़ी इंडिया A टीम का हिस्सा थे। केएल राहुल, सरफराज खान और विराट कोहली के इंजर्ड होने की खबरें सामने आई थीं लेकिन तीनों ही खिलाड़ी पहले टेस्ट के लिए फिट हैं।
दो स्पिनरों के साथ जाना होगा
पर्थ टेस्ट से पहले भारतीय टीम की प्लेइंग 11 कैसी नजर आएगी यह अभी साफ नहीं है। दरअसल, इंजरी और कप्तान रोहित शर्मा का टीम के साथ न होना भारत के लिए चिंता का सबब बन गया है। वहीं भारतीय टीम किस बॉलिंग कॉम्बिनेशन के साथ जाएगी, यह भी भारतीय मैनेजमेंट के लिए चिंता का विषय है। जसप्रीत बुमराह बतौर कप्तान टीम में होंगे। उनके साथ मोहम्मद सिराज और आकाशदीप का खेलना लगभग तय माना जा रहा है। इसके अलावा भारतीय टीम चौथे सीमर के साथ जाती है तो नीतीश रेड्डी को शामिल किया जा सकता है लेकिन उनके पास टेस्ट क्रिकेट का अनुभव नहीं है साथ ही उनकी गेंदबाजी उतनी धारदार न होने के कारण भरोसा नहीं देती।
भारत के लिए पर्थ जैसे तेज पिच वाले मैदान पर दो स्पिनरों के साथ जाना मजबूरी बनता हुआ दिख रहा है। ऐसे में ये दो स्पिनर रविंद्र जडेजा के साथ रविचंद्रन अश्विन और वॉशिंगटन सुंदर में से कोई एक हो सकता है। मौजूदा टीम में हार्दिक पांड्या जैसे ऑलराउंडर की कमी साफ नजर आ रही है। शार्दुल ठाकुर भी टीम को वही बैलेंस देते थे लेकिन उनको स्क्वाड में शामिल नहीं किया गया। ऐसे में कप्तान जसप्रीत बुमराह और कोच गौतम गंभीर किस कॉम्बिनेशन के साथ जाते हैं यह देखना दिलचस्प होगा।