कांत शर्मा
पर्थ टेस्ट की पहली पारी में पांच विकेट चटकाने के साथ ही जसप्रीत बुमराह ने पांच बड़े रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए। यह कमाल करने वाले वह भारत के पांचवें कप्तान बन गए। उनसे पहले यह खास उपलब्धि बिशन सिंह बेदी, कपिल देव, अनिल कुंबले और वीनू मांकड़ के नाम दर्ज थी लेकिन पर्थ में ‘पंजा’ लेते ही उनका नाम भी खास लिस्ट में दर्ज हो गया है।
बुमराह ने घातक गेंदबाजी से कंगारुओं के पांच प्रमुख बल्लेबाजों को पविलियन का रास्ता दिखाया। बुमराह का सबसे पहला शिकार उस्मान ख्वाजा बने, जिन्हें दूसरी स्लिप पर कोहली के हाथों कैच कराया। उसके बाद उन्होंने मैक्स्विनी को एलबीडबल्यू किया। अगली गेंद पर ही स्टीव स्मिथ को एलबीडबल्यू किया और उन्हें पविलियन का रास्ता दिखाया। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस बुमराह का चौथा शिकार बने, जिन्हें विकेट के पीछे उन्होंने पंत के हाथों कैच कराया। बुमराह का पांचवां और आखिरी शिकार एलेक्स कैरी बने जिन्हें पंत के हाथों कैच कराया। यह उनके करियर का एक और शानदार पांच विकेट थे। मैच में भारतीय टीम ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 150 रन बनाये तो लग रहा था कि भारतीय टीम न्यूज़ीलैंड सीरीज वाले ग़म को अभी तक नहीं भुला पाई है लेकिन जसप्रीत बुमराह की स्विंग और सटीक यॉर्कर के आगे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज टिक नहीं सके।
बुमराह ने न केवल शुरुआती विकेट चटकाए, बल्कि मिडल ऑर्डर को भी तहस-नहस कर दिया। बुमराह ने कुल 18 ओवर में 1.7 की इकॉनमी से सिर्फ 30 रन देकर पांच विकेट लिए। उनकी गेंदबाजी में वो लय और धार दिखी, जिसके लिए वह जाने जाते हैं। खासकर उनकी यॉर्कर और स्लोअर बॉल ने बल्लेबाजों को चकमा दिया। कप्तान जसप्रीत बुमराह ने टेस्ट क्रिकेट में 11वीं बार पांच विकेट लेने का कमाल किया। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट के दूसरे दिन भारतीय स्पीडस्टर ने एलेक्स कैरी को आउट कर यह मुकाम हासिल किया।