~दीपक अग्रहरी
पाकिस्तान हमेशा से तेज़ गेंदबाज़ों की खान रहा है। वसीम अकरम, वकार यूनिस, शोएब अख्तर, मोहम्मद आमिर, मोहम्मद आसिफ जैसे धुरंधर तेज़ गेंदबाज़ों ने समय-समय पर विपक्षी बल्लेबाजों के मन में खौफ पैदा किया है। वर्तमान दौर में भी पाकिस्तान के पास शाहीन शाह आफरीदी, हारिस राउफ और नसीम शाह की तिकड़ी ने पहले जैसा खौफ बनाए रखा है। इसी तिकड़ी ने एशिया कप में भारत के टॉप आर्डर की कमर तोड़ दी थी। रोहित शर्मा, विराट कोहली, शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर को पाकिस्तानी गेंदबाज़ों ने क्रीज में टिकने नहीं दिया।
एशिया कप के एक अन्य मुकाबले में बांग्लादेश भी इस तिकड़ी के सामने धराशायी हो गया। हारिस राउफ की गति हो या फिर शाहीन का शुरूआती ओवरों में विकेट लेने का ट्रेड मार्क कायम करना हो या फिर नसीम शाह की कसी हुई लाइन लेंथ ही क्यों न हो, अभी तक इस एशिया कप में इनका कोई जवाब नहीं मिला है।
बांग्लादेश के खिलाफ हुए मैच में हारिस, शाहीन और नसीम ने मिलकर आठ विकेट चटकाए वहीं भारत के खिलाफ मुकाबले में पूरी टीम का शिकार इन्ही तीन बॉलरों ने किया। बांग्लादेश के खिलाफ पहला विकेट लेते ही हारिस राउफ ने वनडे करिअर के 50 विकेट पूरे कर लिए हैं। उन्होंने यह मुकाम 27 मैचों में हासिल किया है और इसी के साथ ही सबसे तेज इतने विकेट लेने वाले पाकिस्तानी बॉलरों की लिस्ट में तीसरे पायदान पर हैं।
वर्ल्ड कप में विपक्षी टीमों को इस तिकड़ी से सावधान रहना होगा क्योंकि दूसरी टीमों के लिए ट्रॉफी तक का सफर पाकिस्तान की बालिंग से होकर जाएगा और वर्तमान फार्म को देखते हुए जिस कदर ये बॉलर तबाही मचा रहें है, वर्ल्ड कप इनके सामने वाली टीम के लिए आसान नहीं होने वाला। शाहीन, हारिस और नसीम शाह की तिकड़ी ने अपनी धारदार गेंदबाजीं से यह साबित कर दिया है कि 14 अक्टूबर भारतीय बल्लेबाजो के लिए एक अग्नि परीक्षा होगी।