गौतम प्रजापति
पंजाब के फरीदकोट के आक्रामक बल्लेबाज नमन धीर ने आईपीएल के मेगा नीलामी में मिली रकम को लेकर एक योजना बनाई है। मुंबई इंडियंस ने मेगा ऑक्शन में 5.25 करोड़ रुपये में उन्हें अपनी टीम में शामिल किया। नमन ने कहा कि वह एक घर बनाएंगे।
नमन ने अपने पिता को याद करते हुए बताया कि उनके पिता नरेश फरीदकोट के एक कैमिस्ट शॉप पर काम करते हैं। पिछले दो दिनों से उनका फोन लगातार बज रहा है। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि आधे पंजाब के लोग कनाडा जाना चाहते हैं और वह भी उनमें से एक थे। 2022 की शुरुआत में उन्होंने क्रिकेट खेलना लगभग छोड़ ही दिया थे। उनकी बहन कनाडा के एडमंटन में रहती हैं और वह भी वहां जाने की योजना बना रहे थे। उनके पिता ने कहा कि खुद को एक साल का समय दो। पिता का कहना मानते हुए उन्होंने ऐसा किया और दिसम्बर 2022 में रणजी ट्रॉफी में कदम रखा। फिर एक साल बाद 2023 में मुंबई इंडियंस ने उन्हें चुना।
नमन धीर का आईपीएल का सफ़र
नमन पंजाब की ओर से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेलते हैं। 2022 में उन्होंने रणजी ट्रॉफी में डेब्यू किया। फिर एक साल बाद 2023 में मुंबई इंडियन ने उनको अपने टीम में शामिल किया। हालांकि मुंबई की ओर से सिर्फ सात मैच ही खेले पर उनके प्रदर्शन अच्छा रहा लेकिन उन्हें फ्रेंचाइजी द्वारा रिटेन नहीं किया गया।
हालांकि मेगा ऑक्शन में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, दिल्ली कैपिटल्स, राजस्थान रॉयल्स और पंजाब किंग्स जैसे दावेदारों ने उन्हें खरीदने के लिए बहुत मेहनत की लेकिन इसके बाद MI ने RTM कार्ड का इस्तेमाल करके उन्हें अपने टीम में वापस लिया।
नमन के पिता ने उनके स्कूल के दिन याद किए
नमन के पिता ने उनके स्कूल के दिनों को याद करते हुए कहा कि जब वह उनके स्कूल जाते थे और उन्हें क्रिकेट की प्रैक्टिस के लिए ले जाते थे तो प्रिंसिपल मैम कहती थीं कि वह उनका करियर बर्बाद कर रहे हैं। फ़रीदकोट से पंजाब का प्रतिनिधित्व करने वाला कोई नहीं है। भारत के लिए खेलना तो दूर की बात है। जब यह ताना आम बात हो गई तो उन्होंने एक दिन नमन से कहा कि जब तुम टीवी पर छक्के मारते हुए मुझे दिखोंगे तो ये ताने तालियों में बदल जाएंगे।
नमन ने याद की पुरानी यादें
नमन ने यह भी कहा कि उन्होंने अपने दो सबसे करीब लोगों को खो दिया। रणजी में डेब्यू करने के बाद उनके दादा का निधन हो गया और फिर पिछले साल उन्होंने अपने बचपन के कोच गगन सिद्धू को खो दिया जो उनके बड़े भाई जैसे थे लेकिन नमन ने यह भी कहा कि उन नुकसानों ने उन्हें बहुत प्रभावित किया। नानू ने अपनी जिंदगी जी ली थी वह 80 साल के थे लेकिन गगन पाजी सिर्फ 36 साल के थे और उनका एक छोटा परिवार था। अब वह उनकी जिम्मेदारी है। वह उसका ख्याल रखना चाहते हैं और उसके लिए बड़ा भाई बनना चाहते हैं जैसे गगन पाजी उनके लिए थे।