आर्यन कपूर

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी से पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने मिचेल मार्श के साथ एक एक्स्ट्रा बॉलिंग ऑप्शन की बात कही है। उन्होंने कहा यह खिलाड़ी भी जरूरत पड़ने पर गेंदबाजी कर सकता है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ने कमर कस ली है, अब देखना होगा कि कौन किसपर भारी पड़ता है।

कौन है अतिरिक्त गेंदबाज?   

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही टीमें तैयार हैं। पांच मैचों की सीरीज से पहले ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने टीम के पास एक एक्स्ट्रा तेज गेंदबाज होने की बात कही है। दरअसल, मिचेल मार्श आईपीएल के बाद से अपनी हैमस्ट्रिंग की इंजरी के चलते गेंदबाजी नहीं कर रहे। मार्श ने आखिरी बार गेंदबाजी इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स में की थी। उस मैच में भी मार्श ने सिर्फ 4 ओवर डाले थे। मार्श ने दूरसे शील्ड मैच से पहले यह कहा था कि वह गेंदबाजी करना चाहते हैं लेकिन उनकी बॉडी उसके लिए पूरी तरह से तैयार नहीं है।

अब सवाल खड़ा होता है कि पैट कमिंस ने जिस एक्स्ट्रा गेंदबाजी के विकल्प का ज़िक्र किया वह कौन है। दरअसल, यह विकल्प मार्नस लैबुशेन हैं। वह पिछले कुछ समय से तेज गेंदबाजी में अपना हाथ आज़मा रहे हैं। हालांकि इससे पहले वह पार्ट टाइम लेग स्पिन किया करते थे लेकिन लैबुशेन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में तेज गेंदबाजी करते दिखे थे।

WTC की लिहाज़ से ज़रूरी  

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों के लिए ही वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप की लिहाज़ से काफी महत्वपूर्ण है। भारत के लिए इस सीरीज में 4 मैच जीतना जरूरी होगा अगर भारत अपने दम पर वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप के फाइनल के लिए क्वालीफाई करना है। ऑस्ट्रेलिया को भारत के बाद श्रीलंका के खिलाफ खेलना है। श्रीलंका के खिलाफ टर्निंग पिचों पर खेलना कंगारुओं ऐसे में ऑस्ट्रेलिया के लिए बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी काफी ज्यादा महत्वपूर्ण होने वाली है।

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