18 वर्षों में पहली बार धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम को वनडे विश्व कप जैसे बड़े आयोजन के मुकाबलों की मेज़बानी का मौका मिलेगा। इस मैदान पर विश्व कप के पांच मैच खेले जाएंगे। समुद्र तल से 1317 मीटर की ऊंचाई पर स्थित यह खूबसूरत स्टेडियम वर्ष 2005 में बनकर तैयार हुआ था। स्टेडियम में क्रिकेट के हर फॉर्मेट के मुकाबले हो चुके हैं लेकिन वनडे विश्व कप का अभी तक एक भी मुकाबला यहां नहीं खेला गया है।
तैयारियों के लिहाज से हिमाचल प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (एचपीसीए) के लिए पांचों मुकाबले महत्वपूर्ण हैं लेकिन 22 अक्टूबर को प्रस्तावित भारत-न्यूजीलैंड का मुकाबला दर्शकों के लिए खास मायने रखता है। यह स्टेडियम विश्व के चुनिंदा खूबसूरत क्रिकेट स्टेडियमों में से एक है। 22 साल पूर्व किसी ने सोचा तक नहीं था कि जिस पहाड़ी क्षेत्र में झाड़ियों का साम्राज्य और सीढ़ीनुमा खेत हैं, वहां एक विशाल और भव्य क्रिकेट स्टेडियम भी बन सकता है और आज स्थिति यह है कि इंटरनेट पर धर्मशाला शहर को सर्च करें तो सबसे पहले धर्मशाला स्टेडियम का ही नाम आता है।
इस स्टेडियम में इस बार बांग्लादेश का मुक़ाबला अफगानिस्तान से, इंग्लैंड का बांग्लादेश से, साउथ अफ्रीका और क्वॉलिफाइंग 1 टीम से मुक़ाबला होगा। साथ ही यहां न्यूज़ीलैंड की टीम दो मैच खेलेगी। एक ऑस्ट्रेलिया के साथ और दूसरी भारत के साथ। धर्मशाला की कंडीशंस न्यूज़ीलैंड के काफी अनुकूल है और अगर यहां तेज़ हवाएं चलती हैं तो स्थितियां पूरी तरह से न्यूज़ीलैंड जैसी हो जाएंगी। ऐसी स्थिति में टीम इंडिया के लिए यहां जीतना काफी चुनौतीपूर्ण हो जाएंगी।
केंद्रीय खेल मंत्री अनुराग ठाकुर जब एचपीसीए के अध्यक्ष थे तब वर्ष 2002 में उन्होंने ब्वायज स्कूल धर्मशाला के साथ लगती खाली भूमि पर स्टेडियम बनाने का काम शुरू कराया था। मात्र तीन साल में ही इस स्टेडियम का निर्माण पूरा भी कर लिया गया और स्टेडियम का ग्राउंड और पवेलियन बनकर तैयार हो गए थे। इस दौरान यहां बीसीसीसीआई बोर्ड प्रेजिडेंट इलेवन और पीसीबी बोर्ड प्रेज़िडेंट इलेवन का मुकाबला खेला गया था। उसके बाद से यह स्टेडियम कई बड़े अंतरराष्ट्रीय मुक़ाबलों का साक्षी बना। अब इस साल यहां विश्व कप के पांच मुकाबले खेले जाएंगे।