आयुष राज
महिलाओं के लिए रेड बॉल क्रिकेट छह साल बाद भारत के घरेलू कैलेंडर में
वापसी करेगा। बीसीसीआई ने 28 मार्च से पुणे में सीनियर महिला इंटर जोनल
मल्टी डे ट्रॉफी का आयोजन किया है। महिला घरेलू रेड बॉल क्रिकेट
टूर्नामेंट को आखिरी बार वर्ष 2018 में आयोजित किया गया था। भारतीय महिला
टीम ने दिसम्बर 2023 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया महिला टीम को लगातार
एकमात्र टेस्ट में हराया था जिसको देखने के बाद बीसीसीआई ने यह फैसला
लिया है।
17 मार्च को महिला आईपीएल के दूसरे सीजन के फाइनल मुकाबले के ठीक दस दिन
बाद इंटर जोनल मल्टी डे ट्रॉफी टूर्नामेंट की शुरुआत होगी। महाराष्ट्र
क्रिकेट एसोसिएशन इस टूर्नामेंट का आयोजन करेगी। इसमें ईस्ट ज़ोन टीम के
खिलाफ नॉर्थ ईस्ट ज़ोन टीम खेलेगी और साथ ही वेस्ट ज़ोन टीम और सेंट्रल
ज़ोन टीम के बीच मुकाबला खेला जाएगा। नॉर्थ ज़ोन और साउथ ज़ोन टीमों को
पहले ही सेमीफाइनल मुकाबले में प्रवेश दे दिया गया है। पहले दो मुकाबलों
में जीतने वाली टीमें साउथ जोन और नॉर्थ जोन टीमों के खिलाफ तीन अप्रैल
से सेमीफाइनल मैच खेलेगी। सभी मुकाबले तीन दिनों के टेस्ट मैच के रूप में
खेले जाएंगे।
दिसंबर 2023 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच से पहले स्मृति मंधाना ने
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि महिला क्रिकेटर को लगातार चार दिनों
तक क्रिकेट खेलने की आदत नहीं हैं क्योंकि वह आम तौर पर टी20 और वनडे
क्रिकेट ही खेलती है जिसमें लगभग हर मुकाबले के बाद आराम दिया जाता है।
उन्होंने कहा कि टेस्ट क्रिकेट में शारीरिक से ज्यादा मानसिक रूप से
तैयार रहना महत्वपूर्ण होता है क्योंकि लगातार हर गेंद पर ध्यान रखना
मुश्किल हो जाता है। उन्होंने कहा था कि वह बीसीसीआई से यह उम्मीद करती
हैं कि आने वाले समय में वह रेड बॉल से महिला घरेलू क्रिकेट को फिर से
शुरू करेंगे ताकि महिला क्रिकेटरो को लंबे फॉर्मेट के मुकाबले खेलते समय
यह दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
महिला टेस्ट क्रिकेट में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए बीसीसीआई ने यह
फैसला लिया है कि लाल गेंद से महिला घरेलू क्रिकेट को फिर से शुरू किया
जाना चाहिए।