18 साल के युवा मुशीर खान ने मुंबई की रणजी टीम से खेलते हुए बड़ौदा के खिलाफ क्वाटर फाइनल मुकाबले में डबल सेंचुरी बनाई। मुशीर के फर्स्ट क्लास करियर का यह चौथा मुकाबला ही है। टॉस जीतकर मुंबई ने बड़ौदा के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया और 90 रनों पर चार विकेट खोकर मुश्किल में थी। श्रेयस अय्यर, शिवम दुबे और सरफराज खान के टीम में मौजूद न होने के कारण मुंबई की टीम का मिडिल ऑर्डर में कोई भी अनुभवी खिलाड़ी नहीं था। साथ ही मुंबई के कप्तान अजिंक्य रहाणे भी आउट ऑफ फॉर्म है, इस सीजन में उनका औसत केवल 13.11 का है। नंबर 3 पर मुशीर ने हालात को समझते हुए समझदारी से बल्लेबाजी की और 357 गेंदों का सामना करते हुए नाबाद 203 रनों की पारी अपनी टीम के लिए खेली। मुशीर की पारी में 18 चौके शामिल हैं, उन्होंने ज्यादातर रन सिंगल और डबल से बनाए है जो तारीफ के काबिल है।
मुशीर हाल ही में साउथ अफ्रीका में अंडर 19 वर्ल्ड कप से लौटे थे, जहां वह 60 की औसत और 98.09 के स्ट्राइक रेट के साथ अंडर 19 वर्ल्ड कप के दूसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। मुशीर ने वहां तेजी से रन बनाए थे क्योंकि वह 50 ओवर का लिमिटेड खेल था। पहले दिन के खेल के बाद मुशीर ने कहा कि वह लाल गेंद के साथ तैयारी करते रहते हैं और अंडर 19 वर्ल्ड कप से लौटने के बाद उन्होंने लाल गेंद के साथ अभ्यास किया था इसलिए वह इस मैच के लिए तैयार थे।
सरफराज खान और मुशीर खान दोनों भाइयों की वर्षों की मेहनत अब खुल के दिखाई दे रही है जिस्से उनके पिता नौशाद खान काफी खुश है। सरफराज ने भारतीय टीम से अपना पहला अंतरराष्ट्रीय टेस्ट मैच खेला और दोनों पारियों में हाफ सेंचुरी जड़ी और साथ ही दूसरी पारी नाबाद रहे। वहीं दूसरी तरफ उनके छोटे भाई मुशीर ने अंडर 19 वर्ल्ड कप में काफी अच्छा प्रदर्शन किया था और अब रणजी के क्वाटर फाइनल मुकाबले में डबल सेंचुरी बनाकर मुंबई टीम को परेशानी से निकाला।