हिमांक द्विवेदी
भारत और इंग्लैड टी20 सीरीज में क्रिकेट प्रशंसकों की नजर इन दो खिलाड़ियों पर टिकी रहेंगीं। मोहम्मद शमी और जोफ्रा आर्चर दोनों खिलाड़ी अपने टीम के महत्वपूर्ण एसेट हैं। मोहम्मद शमी 26 महीने के लंबे अंतराल के बाद क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट में वापसी करने के लिए तैयार हैं। शमी ने भारत के लिए आखिरी टी20 इंटरनेशनल मैच नवम्बर 2022 में खेला था। अब ये शीर्ष तेज गेंदबाज इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज़ खेलने के लिए तैयार हैं। हालांकि वह कोलकाता के ईडन गार्डन में खेले गए पहले टी20 में नहीं खेल पा रहे। खास बात ये है कि शमी ने आखिरी बार टी20 मैच एडिलेड में इंग्लैंड के खिलाफ ही खेला था। अब बुमराह की गैर मौजूदगी में शमी ही टीम इंडिया की अगुवाई करते हुए दिखाई देंगे।
बुधवार को होने वाले मैच में भारतीय फैंस की नजरें सिर्फ मोहम्मद शमी पर ही नहीं होंगीं बल्कि इंग्लैंड के तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर पर भी होंगी। 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करने वाले आर्चर इंग्लैंड की टीम में खेल रहे हैं। वेस्टइंडीज के खिलाफ हुए वनडे और टी20 सीरीज में उनकी तेज गेंदबाजी से खिलाड़ियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा था। उनकी पुरानी लय में लौटने की क्षमता चैम्पियंस ट्रॉफी से पहले सभी के लिए चर्चा का विषय होगी।

आर्चर का करियर पिछले कुछ वर्षों में इंजरी से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। 2021 में उनकी दाहिनी कोहनी की दो सर्जरी हुई, जिसके कारण वह इंग्लैंड के लिए सिर्फ कुछ ही मैच खेल पाए। 2022 में पीठ की गंभीर इंजरी के कारण वे पूरे साल क्रिकेट से दूर रहे। इस वजह से वे इंग्लैंड की टी20 वर्ल्ड कप विजेता टीम का हिस्सा नहीं बन सके।
2023 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ उन्होंने इंग्लैंड की टीम में वापसी की लेकिन दुर्भाग्यवश वह फिर से इंजर्ड हो गए। हालांकि 2024 के टी20 वर्ल्ड कप में उनकी शानदार वापसी हुई। उन्होंने उस टूर्नामेंट में 10 विकेट लेकर इंग्लैंड की गेंदबाजी को मजबूती दी।
अब चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए जोफ्रा आर्चर इंग्लैंड के मुख्य तेज गेंदबाज माने जा रहे हैं। भारत के खिलाफ टी20 और वनडे सीरीज उनके लिए अपनी फिटनेस और फॉर्म साबित करने का एक अहम मौका होगा। इंग्लैंड उम्मीद करेगा कि आर्चर अपनी पुरानी लय में लौटें और टीम के लिए शानदार प्रदर्शन करें।

भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ने इंजरी से पहले 2023 वर्ल्ड कप में धमाकेदार प्रदर्शन किया था। हालांकि उन्होंने टूर्नामेंट के शुरुआती चार मैच बेंच पर बिताए। इसके बावजूद शमी ने वर्ल्ड कप में 24 विकेट लेकर तहलका मचा दिया। इस शानदार प्रदर्शन के दम पर वे टूर्नामेंट के सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज बने। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में देखने को मिला। उस मैच में शमी ने 7 विकेट झटककर भारत को ऐतिहासिक जीत दिलाई जिसे भारतीय दर्शक अपने दिलों में सजों कर रखे हैं। हाल में डोमेस्टिक क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में उन्होंने अपनी बॉलिंग से विरोधी खेमे में खलबली मचाई थी।

यह सीरीज दोनों टीमों के लिए चैम्पियंस ट्रॉफी की तैयारी का बेहतरीन मौका है, जहां भारत शमी के अनुभव पर भरोसा कर रहा है तो वहीं इंग्लैंड आर्चर की फिटनेस पर नजर रखेगा। इन दोनों तेज गेंदबाजों की मौजूदगी से मैच रोमांचक होने की उम्मीद है। भारत और इंग्लैंड के बीच यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए अपने तेज गेंदबाजों को परखने का भी अवसर होगा
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