पहला वनडे मुकाबला जीतकर भारतीय युवा टीम ने सीरीज की जबरदस्त शुरुआत कर दी है। साउथ अफ्रीका का एक अनुभवी बल्लेबाजी क्रम अर्शदीप और आवेश की गेंदबाजी के आगे ढह गया। मंगलवार को दोनो टीमें उसी मैदान पर एक बार फिर से आमने-सामने होंगी। पहले मुकाबले में भारतीय गेंदबाजों के कहर के कारण बल्लेबाजों को बस 117 रन बनाने थे लेकिन दूसरे मैच में कई युवा खिलाड़ी अपने बल्ले से भी कहर बरपाने के लिए आतुर होंगे। साई सुदर्शन ने पहली ही गेंद से अपनी क्षमताओं का परिचय दे दिया है। रुतुराज गायकवाड़ पहले मैच में मिली निराशा से आगे बढ़कर दूसरे मुकाबले को अपने बल्ले से बेहतरीन बनाने की कोशिश करेंगें। सीरीज से पहले हुई प्रेस कान्फ्रेंस में कप्तान केएल राहुल ने खिलाड़ियों को मिलने वाले मौकों पर बात की थी। रिकूं सिंह के खेलने पर भी उन्होंने मुहर लगाई थी हालाकि पहला मैच रिंकू नहीं खेले थे लेकिन श्रेयस अय्यर के बाहर जाने से इस धाकड़ बल्लेबाज को अंतिम ग्यारह में शामिल किया जा सकता है। रिकूं के अलावा अन्य नामों में ध्यान दें तो रजत पाटीदार को भी मौका मिल सकता है। मध्य प्रदेश की तरफ से खेलने वाले रजत ने पिछले कुछ हुए घरेलू टूर्नामेंट में खूब रन बनाए हैं। पहले मुकाबले में साउथ अफ्रीका के 116 रनों के जवाब में भारतीय बल्लेबाजों को ज्यादा मौके नहीं मिल पाए थे। फैंस यही चाहेगें कि दूसरा मैच भी पहली मैच की तरह बहुत जल्दी ने खत्म हो, दोनों टीमे पूरे 50 ओवर खेले और मुकाबला रोमांचक हो। भारतीय दृष्टिकोण से यह देखना अहम होगा कि सीरीज जीतने की कगार पर खड़ी टीम इंडिया अंतिम ग्यारह में बदलाव के साथ उतरती है या नहीं।
केबरहा स्टेडियम ने चार साल से अधिक समय से किसी वनडे मैच की मेजबानी नहीं की है। यह हाईस्कोरिंग वेन्यू भी नहीं है। यहां हुए आठ वनडे मैचों में एक भी बार 300 का स्कोर नहीं बना है। दक्षिण अफ्रीका के लिए, अप्रैल 2021 के बाद से वनडे में चौथी घरेलू सीरीज हार से बचने के लिए अगले दो मैच जीतने होंगे और जिसके लिए साउथ अफ्रीका के विस्फोटक बल्लेबाजों को अपनी फॉर्म में वापस आनी ही होगा। दक्षिण अफ्रीका से दोनों स्पिनरों, केशव महाराज और तबरेज़ शम्सी को खेलने की उम्मीद की जा सकती है। भारतीय गेंदबाजों ने 2023 में आठ बार पांच विकेट लिए हैं, जो एक कैलेंडर वर्ष में किसी भी टीम के लिए सबसे ज्यादा है।