मुंबई ने बंगाल को पारी और चार रन से ग्रुप बी एक मुकाबले में हरा दिया है। मुंबई ने पहली पारी में 412 रन बनाए,जिसके जवाब में बंगाल की पहली पारी 199 रनों पर ढ़ेर हो गई थी। मुंबई के फॉलो ऑन देने पर बंगाल दूसरी पारी में मात्र 209 रन ही बना पाय़ा। मुंबई के तेज गेंदबाज मोहित अवस्थी ने सात विकेट चटकाए और बंगाल की पूरी बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया। अभिषेक पोरेल के 82 रनों को छोड़कर कोई और खिलाड़ी बड़ी पारी नहीं खेल पाया। कप्तान मनोज तिवारी ने 79 गेंदों का सामना तो किया लेकिन केवल 26 रन ही बनाकर पवेलियन लौट गए।
हरियाणा और सर्विसेज के बीच खेला गया मैच बेहद रोमांचक रहा। इस कदर रोमांचक की जीत और हार का अंतर मात्र एक रन था। हरियाणा के सामने 146 रनों का टारगेट था। हरियाणा की बल्लेबाजी और इस छोटे टारगेट को देखते हुए उम्मीद तो यही थी कि वह यह मैच जीत जाएगी लेकिन अर्जुन शर्मा और पुलकित नारंग ने पांच-पांच विकेट चटकाकर सर्विसेज को एक बड़ी जीत दिलाई। हरियाणा से राहुल तेवेतिया दूसरी पारी में मात्र तीन रन बनाकर आउट हो गए।
कर्नाटक एक बहुत बडे उलटफेर का शिकार होने से बच गया। 227 रनों का टारगेट मनीष पांडेय की टीम ने एक विकेट शेष रहते हासिल किया। मनीष पांडेय अंतिम समय तक टिके रहे और 67 रनों की कप्तानी पारी खेली। इस दौरान उनको पुछल्ले बल्लेबाजो; श्रीनिवास शरथ(23) और विजय कुमार विषक (38) का भी साथ मिला। अंतिम 30 रनों के लिए कर्नाटक के पास बस दो विकेट बचे थे और वह मुकाबला हारने के बेहद करीब पहुंच चुका था लेकिन मनीष पांडेय ने अपनी टीम को एक अनहोनी से बचा लिया।
त्रिपुरा ने इस रणजी राउंड का अब तक का सबसे बड़ा उलटफेर कर दिया है। त्रिपुरा ने पूरे मैच में गुजरात को टिकने ही नहीं दिया। चौथी पारी में गुजरात को मैच जीतने के लिए 318 रन बनाने थे लेकिन गुजरात का पहली पारी(172) जैसा हाल इस पारी में भी जारी रहा। त्रिपुरा ने गुजरात को 161 पर ढ़ेर कर मुकाबले में 156 रनों की एक बड़ी जीत हासिल की। त्रिपुरा के लेफ्ट ऑर्म स्पिनर परवेज सुल्तान ने पूरे मैच में कुल दस विकेट चटकाए और इस शानदार प्रदर्शन के लिए वह प्लेयर ऑफ दि मैच भी बनें।
एक और मैच में सौराष्ट्र ने महाराष्ट्र को 48 रनों से हरा दिया है। 213 रनों के लक्ष्य के सामने केदार जाधव की टीम 164 ही बना सकी।