– Manoj Joshi 7th June :
भारत के खिलाफ नौ जून से शुरू होने वाली पांच टी-20 मैचों की सीरीज़ के लिए साउथ अफ्रीकी पेस बैट्री की अगुवाई कागिसो रबाडा करेंगे और दूसरे छोर पर बाएं हाथ के तेज़ गेंदबाज़ मार्को जैनसन टीम की बड़ी ताक़त होंगे। इसके अलावा टीम में एनरिक नोर्खिया, लुंगी एंगिडी, ड्वेन प्रीटोरियस और वेन पार्नेल को शामिल किया गया है। पार्नेल पांच साल बाद टी-20 क्रिकेट में वापसी कर रहे हैं।
एनरिक नोर्खिया को लेकर टीम प्रबंधन बहुत आश्वस्त नहीं है। वह पिछले दिनों पूरी तरह फिट नहीं थे। वह कूल्हों में खिंचाव की शिकायत से परेशान थे। इसी वजह से नोर्खिया आईपीएल के कई मैच नहीं खेल पाये थे। वैसे आईपीएल के बाद के मैचों में वह खेलते दिखे थे। अगर वह पूरी तरह से फिट हो जाते
हैं तो यह साउथ अफ्रीका का विश्व स्तर का तेज़ आक्रमण होगा क्योंकि रबाडा इस समय अच्छी फॉर्म में हैं और डेथ ओवरों में खासकर उनकी यॉर्कर गेंदें कहर बरपाती हैं और बीच के ओवरों में उनकी शॉर्ट गेंदें भी असरदार रहती हैं। एनरिक नोर्खिया के पास रफ्तार है और इसी रफ्तार के बीच स्विंग गेंदों से कहर बरपाते हैं।
टीम के तीसरे तेज़ गेंदबाज़ मार्को जैनसेन अपनी ऊंची कद-काठी का भरपूर फायदा उठाते हैं। छह फुट आठ इंच लम्बे इस गेंदबाज़ के पास रफ्तार और उछाल दोनों हैं। बीच में इनकी कोण लेती गेंदें सबसे खतरनाक होती हैं। आईपीएल में खासकर आरसीबी के खिलाफ उनकी खौफनाक गेंदबाज़ी को हर कोई देख चुका है जब उन्होंने अपने पहले ही ओवर में फाफ डू प्लेसी, अनुज रावत और विराट कोहली को आउट किया था। फाफ को उन्होंने अपनी सूझबूझ से आउट किया था। उन्हें आउट करने से एक गेंद पहले उन्होंने निप बेकर गेंद की थी और उससे
अगली गेंद एकदम अलग तरह की गेंद थी जिस पर फाफ गच्चा खा गये और बोल्ड हो गये। विराट कोहली और अनुज को उन्होंने स्लिप में कैच करवाया था लेकिन यही गेंदबाज़ जब डेथ ओवरों में गेंदबाज़ी करने उतरता है तो बल्लेबाज़ों के लिए उनके सामने आउट होने का कोई खौफ नहीं होता और वे खुलकर स्ट्रोक खेलते हैं। गुजरात टाइटंस के खिलाफ मैच में राशिद खान ने पारी के आखिरी ओवर में चार छक्के लगाकर अपनी टीम को मैच जिता दिया था।
वेन पार्नेल को टीम में नोर्खिया के कवर के रूप में शामिल किया गया है जो थोड़ी बहुत बल्लेबाज़ी भी कर लेते हैं लेकिन घरेलू क्रिकेट में उनका हालिया प्रदर्शन औसत दर्जे का रहा था। लुंगी एंगिडी और प्रीटोरियस के रूप में साउथ अफ्रीका के पास अन्य विकल्प हैं। हालांकि ये दोनों विकेट चटकाने वाले गेंदबाज़ी हैं। लुंगी को भारत के साउथ अफ्रीकी दौरे के दौरान वनडे में ठीक-ठीक सफलता हासिल हुई थी। अगर बल्लेबाज़ी को मज़बूत करने की ओर साउथ अफ्रीका ने ध्यान दिया तो प्रीटोरियस विकल्प हो सकते हैं लेकिन यह सब तभी सम्भव है जब एनरिक नोर्खिया इंजरी की वजह से उपलब्ध न हों।