सुहानी गुप्ता
रविचंद्रन अश्विन वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप में 150 विकेट लेकर भारत के
पहले और दुनिया के तीसरे स्पिनर बन गए है। उन्होंने गुरुवार को हैदराबाद
के राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा
रहे टेस्ट में यह कमाल किया। इतना ही नहीं, अश्विन 500 टेस्ट विकेटों के
भी बहुत करीब हैं।
अश्विन से पहले डब्ल्यूटीसी में 150 से अधिक विकेट लेने का कमाल नाथन
लॉयन और पैट कमिंस कर चुके हैं। अश्विन के नाम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप
में 31 टेस्ट मैचों में 19.53 के औसत से 150 विकेट हैं। उनका इस
टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 71 रन देकर सात विकेट का है जो
उन्होंने रोसेऊ में वेस्टइंडीज़ के खिलाफ दूसरी पारी में हासिल किए थे।
इस मैच में उन्होंने कुल 12 विकेट चटकाए थे। उनके नाम आठ बार पांच विकेट
और 8 बार चार विकेट लेने का रिकॉर्ड भी दर्ज है। डब्ल्यूटीसी में 23
मैचों में 91 विकेट के साथ जसप्रीत बुमराह भारत के दूसरे सर्वश्रेष्ठ
गेंदबाज हैं। उनके नाम प्रतियोगिता में 169 विकेट हैं। बीसीसीआई के
अवार्ड समारोह में अश्विन को 2020-21 के लिए ‘मेन्स प्लेयर ऑफ द ईयर’ का
खिताब भी मिल चुका है।
इन दिनों हैदराबाद में इंग्लैंड के खिलाफ खेले जा रहे टेस्ट की पहली पारी
में अश्विन ने ज़ैक क्राले, बैन डकेट और मार्क वुड के विकेट हासिल किए।
इस तरह अब वह 500 टेस्ट विकेटों से केवल सात विकेट दूर हैं।
2011 में टेस्ट डेब्यू करने वाले अश्विन ने अब तक टेस्ट फॉर्मेट में 95
मुकाबले खेले हैं। हैदराबाद टेस्ट से पहले खेली 179 पारियों में उन्होंने
23.69 के औसत से 490 विकेट लिए हैं। इस दौरान उन्होंने 34 पांच विकेट और
24 चार विकेट हासिल किए हैं। इसके अलावा 134 पारियों में बैटिंग करते हुए
उन्होंने 26.83 के औसत से 3193 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने पांच
सेंचुरी और 14 हाफ सेंचुरी बनाई हैं। अगर अश्विन को पांचों टेस्ट में
खेलने का मौका मिलता है तो वह सौ टेस्ट मैचों के क्लब में शामिल हो
जाएंगे।