चौथे टेस्ट में भारतीय टीम को एक चुनौतीपूर्ण फैसला लेना होगा और वह यह कि क्या रजत पाटीदार को खराब प्रदर्शन के बाद भी टीम में जगह दी जाएगी। केएल राहुल के रांची टेस्ट से बाहर होने से रजत पाटीदार के लिए रास्ता खुल गया है लेकिन इस सीरीज में रजत के बल्ले से रन नहीं निकले हैं। हैदराबाद टेस्ट में इन्हे खेलने का मौका नहीं मिला। रजत को विशाखापत्तनम में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत करने का मौका मिला था। वह पहली पारी में 32 और दूसरी पारी में नौ रन बनाकर आउट हो गए थे। उसके बाद उन्हें राजकोट में फिर से मौका दिया गया। रजत एक बार फिर से फेल हो गए। वह पहली पारी में पांच रन ही बना पाए थे। दूसरी पारी में तो वह खाता भी नहीं खोल पाए। ऐसे में चार पारियों में एक भी हाफ सेंचुरी नहीं लगाने वाले रजत को बाहर बैठना पड़ सकता है।
रजत पाटीदार की जगह कर्नाटक के बाएं हाथ के बल्लेबाज देवदत्त पडिक्कल को मौका मिल सकता है। पडिक्कल ने 31 फर्स्ट-क्लास मैचों में 44.54 के औसत से 2227 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने छह सेंचुरी और 12 हाफ सेंचुरी लगाए
हैं। पडिक्कल ने पिछली 11 पारियों में पांच सेंचुरी लगाई हैं। उन्होंने तीन सेंचुरी कर्नाटक के लिए और दो इंडिया-ए के लिए लगाई हैं। इस रणजी ट्रॉफी के पिछले चार मैच में 92.66 के औसत से 556 रन बनाए हैं। इनमें तीन सेंचुरी शामिल हैं। उनके शानदार फॉर्म को देखकर रोहित शर्मा रांची टेस्ट में रजत पाटीदार की जगह उन्हें मौका दे सकते हैं। पडिक्कल को 2021 श्रीलंका दौरे पर भारतीय टीम में शामिल किया गया था। उस दौरे पर पडिक्कल ने दो टी20 मैच खेले थे। इन दो मैचों में उन्होंने 38 रन बनाए थे। अगर पडिक्कल को पहला मैच खेलने का मौका मिलता है तो इस सीरीज में चौथा
मुकाबला है और चौथा खिलाड़ी डेब्यू करेगा। भारत को चौथा टेस्ट रांची वही सीरीज का आखिरी टेस्ट धर्मशाला में खेलना है।
चौथे टेस्ट के लिए भारत की संभावित प्लेइंग-11 : रोहित शर्मा (कप्तान),यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल, देवदत्त पडिक्कल , सरफराज खान, ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर), रवींद्र जडेजा, कुलदीप यादव, रविचंद्रन अश्विन, मुकेश कुमार और मोहम्मद सिराज।