हिमांक द्विवेदी
राजकोट की पिच आम तौर पर हाई-स्कोरिंग पिच मानी जाती है। यहां यहां पिच पर उछाल और गति की कमी नहीं होगी, जिससे बल्लेबाजों को शॉट खेलने में मदद मिल सकती है क्योंकि गेंद उछाल की वजह से बल्ले पर आती है। खासकर इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए यह एक अच्छा अवसर होगा क्योंकि वे धीमी पिचों पर ज्यादा संघर्ष करते हैं लेकिन इस पिच पर वे अपनी पावर-हिटिंग क्षमता का प्रदर्शन कर सकते हैं।
भारतीय टीम भी इस पिच पर अपने आक्रामक खेल को आगे बढ़ाने की कोशिश करेगी। अगर भारत का शीर्ष क्रम अच्छी शुरुआत देता है तो मैच का रुख तेजी से बदल सकता है। राजकोट के मैदान में पहले बैटिंग करते हुए औसत स्कोर 180 रहा है, यहां वैसे टॉस जीत कर पहले बैटिंग करने का कुछ खास प्रभाव नही पड़ता लेकिन इस मौसम में वहां ओस की भूमिका को देखते हुए यहां कोई भी टीम टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करना चाहेगी।
राजकोट के निरंजन शाह स्टेडियम के मैदान में पांच इंटरनैशनल टी 20 मैच खेले गए हैं, जहां तीन मैच पहले बल्लेबाजी करने वाली टीम जीती। इस पिच को बैटर फ्रेंडली स्टेडियम भी कहा जाता है यहां पर सर्वाधिक स्कोर 228 रन है और सबसे कम 87 रहा है।

मौसम की स्थिति
राजकोट का मौसम इस मैच के लिए काफी अनुकूल रहेगा। हालांकि यहां का तापमान अधिकतम 20 डिग्री सेल्सियस रहने वाला है लेकिन क्रिकेट के लिए यह मौसम बहुत ही अच्छा रहेगा। रिपोर्ट के मुताबिक बारिश होने की कोई संभावना नही है। मौसम का प्रभाव पिच पर नहीं पड़ सकता।
इंग्लैंड के लिए करो या मरो की स्थिति
टीम इंडिया इस सीरीज में 2-0 से आगे है। इंग्लैंड के लिए यह मैच ‘करो या मरो’ की स्थिति है क्योंकि उन्हें अगर सीरीज में बने रहना है तो यह मैच जीतना बेहद जरूरी है।
सर्यकुमार ने बनाई थी सेंचुरी
भारत ने पहले मैच में हर विभाग में अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि दूसरे मैच में भारतीय गेंदबाज़ी अच्छी थी और तिलक वर्मा ने बल्लेबाज़ों के खराब प्रदर्शन को अपने बल्ले से सहारा दिया। राजकोट में अभिषेक शर्मा, संजू सैमसन और तिलक वर्मा से बड़ी पारी की उम्मीद है। भारत के पास एक मजबूत टीम है, जिसमें पावर हिटर्स की कोई कमी नहीं है। राजकोट की पिच पर भारत के बल्लेबाजों को और भी ज्यादा मदद मिल सकती है क्योंकि यह पिच हाई-स्कोरिंग मानी जाती है। इसी मैदान पर दो साल पहले सूर्यकुमार यादव ने श्रीलंका के खिलाफ सेंचुरी बनाई थी।
इंग्लैंड की स्थिति
इंग्लैंड की टीम के लिए यह सीरीज अब तक काफी मुश्किल भरी रही है। पहले मैच में उसे हार का सामना करना पड़ा था जबकि दूसरे मैच में भी उनकी बल्लेबाजी लड़खड़ाती नज़र आई। हालांकि इंग्लैंड के गेंदबाजो ने अच्छा प्रदर्शन दिखाया, लेकिन अकेले गेंदबाज मैच नहीं जिता सकते। उनकी टीम को एकजुट होकर प्रदर्शन करना होगा। तीसरे मैच में इंग्लैंड की टीम को अपनी बल्लेबाजी को सुधारने की जरूरत है, खासकर जोस बटलर और हैरी ब्रूक को मजबूत प्रदर्शन करना होगा। इंग्लैंड के पास भी कुछ बड़े हिटर हैं, जो राजकोट की पिच पर अपना जलवा बिखेर सकते हैं।