आयुष राज
वेलिंगटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले क्रिकेट टेस्ट के पहले दिन कैमरून ग्रीन ने 155 गेंदों का सामना करते हुए 103 रनों की नाबाद पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया की उम्मीदें बनाए रखीं। उनके अलावा कोई भी अन्य खिलाड़ी 40 रन से ऊपर नहीं बना पाया।
कैमरून ग्रीन चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने पहुंचे और ऑस्ट्रेलिया टीम की लड़खड़ाती पारी को संभालते हुए न्यूजीलैंड के गेंदबाजों का डटकर सामना किया और अपने दम पर टीम को दिन के अंत में 279 के स्कोर तक पहुचाया। ग्रीन ने सौ रनों का आंकड़े को अंतिम ओवर में तीन चौके लगाकर पूरा किया और पहले दिन के खेल की अंतिम गेंद पर सेंचुरी तक पहुंचे। उन्होंने अपने 50 रन पूरे करने बाद अगले 50 रन केवल 46 गेंदों पर बनाए।
ग्रीन पिछले कुछ समय से आउट ऑफ फार्म थे। उनकी पिछली 11 पारियों में से सर्वाधिक स्कोर मात्र 42 रनों का है जो वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज के अंतिम टेस्ट मुकाबले में बनाए थे। अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में छह महीने से लगातार निराशाजनक प्रदर्शन के कारण कैमरून ग्रीन को टीम से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद उनको इस साल जनवरी में वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दोबारा मौका दिया गया जिससे वह कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। अब उनको न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भी मौका दिया गया जिसका उन्होंने जमकर फायदा उठाया और टेस्ट के पहले दिन ही सेंचुरी बना दी।
यह कैमरून ग्रीन के टेस्ट करियर की दूसरी सेंचुरी है। उन्होंने अपनी पहली सेंचुरी पिछले वर्ष अहमदाबाद में भारतीय टीम के खिलाफ लगाई थी। अहमदाबाद में उन्होंने 170 गेंदों का सामना करते हुए 114 रनों की पारी खेली थी।
ग्रीन ने पहले दिन के अंत के बाद कहा कि यह पिच बल्लेबाजों के लिए काफी मुश्किल थी और एसी स्थिति में उन्हें टीम के स्कोर में सेंचुरी का योगदान दे कर बहुत अच्छा महसूस हो रहा है। उन्होंने कहा कि मैदान में बस किसी बल्लेबाज को डटकर खड़े रहने की जरूरत थी और उन्हें खुशी है कि वह बल्लेबाज वह खुद थे।