रोशन पांडे
ये कहानी 1994 की है, जब सचिन तेंडुलकर और वेस्टइंडीज के दिग्गज बल्लेबाज ब्रायन लारा एक साथ इंग्लैंड में काउंटी क्रिकेट खेल रहे थे। दोनों अच्छे दोस्त थे। एक दिन उन्होंने एक दूसरे के साथ एक शर्त लगाई।
शर्त ये थी कि जो भी पहले सेंचुरी बनाएगा, वह दूसरे को अपने खर्चे पर डिनर कराएगा।
लारा ने सोचा कि वह शर्त जीत जाएंगे क्योंकि उन दिनों उनका फॉर्म काफी अच्छा था लेकिन सचिन भी कहां हार मानने वालों में से थे। सचिन ने लारा से ही पहले सेंचुरी ठोक दी और लारा को सचिन को डिनर कराना पड़ा। उस डिनर के दौरान दोनों ने जमकर मस्ती की और क्रिकेट से जुड़े अनुभव शेयर किए। ये शर्त आज भी
क्रिकेट की अनसुनी कहानियों में से एक मानी जाती है। इस कहानी से ये भी पता चलता है कि बड़े खिलाड़ी भी मैदान के बाहर मस्ती और दोस्ती को कितना महत्व देते हैं। हालांकि हम सब जानते है कि सचिन और लारा क्रिकेट में अपनी खास अहमियत रखते हैं और क्रिकेट को सर्वोच्च मानते हैं।
सचिन तेंडुलकर ने अपने वनडे करियर मे 463 मैचों में 44.8 के औसत से 18,426 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका सर्वाधिक स्कोर 200 रहा। उन्होंने कुल 2016 चौके और 195 छक्के लगाए।
वहीं ब्रायन लारा ने 299 वनडे मैचों में 40.5 के औसत से 10405 रन बनाए। उनका सर्वाधिक स्कोर 169 रहा। उन्होंने कुल 1035 चौके और 133 छक्के लगाए। लारा ने टेस्ट की कुल 232 पारियों मे 52.9 के औसत से 11,953 रन बनाए हैं, जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 400 रहा। इसके अलावा उन्होंने टेस्ट में 1559 चौके और 88 छक्के लगाए।